सार

CGBSE Chhattisgarh Board 10th 12th Result 2022 छत्तीसगढ़ के 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स के रिजल्‍ट का इंतजार अब खत्म हो गया है। क्योंकि छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट ( CG Result 2022 ) जारी कर दिया है।


रायपुर.  छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट ( CG Result 2022 ) जारी कर दिया है। राज्य के  स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने करीब 12 बजे परिणाम की घोषणा की। बता दें कि इन परिणामों में हर साल की तरह इस बार भी प्रदेश की बेटियों ने बाजी मारी है। 10वीं की टॉप 5 में 4 बेटियों टॉपर हैं। 10वीं में रायगढ़ की सुमन पटेल ने और 12वीं में बालोद के रितेश कुमार साहू ने टॉप किया है।

दोनों एक्जाम में लड़कियों ने बाजी मारी 
दरअसल, दसवीं की परीक्षा में 74.23% स्टूडेंट्स पास हुए, जिनमें लड़कियों का प्रतिशत 78.84 और लड़कों का प्रतिशत 69.7 रहा। 12वीं की परीक्षा में 79.30% स्टूडेंट पास हुए। इसमें लड़कियों का प्रतिशत 81.15 और लड़कों का प्रतिशत 77.0 3 रहा। इस हिसाब से देखा जाए तो  इस बार भी हाईस्कूल परीक्षा और हाईसेकेंडरी परीक्षा में बालिकाओं ने बाजी मारी है।

देखिए छत्तीसगढ़ 10वीं के टॉपर्स की लिस्ट
सुमन पटेल (रैंक 1)
सोनाली बाला (रैंक 1)
आशिफा शाह (रैंक 2)
दामिनी वर्मा (रैंक 2)
जय प्रकाश कश्यप (रैंक 2)
मुस्कान अग्रवाल (रैंक 2)
काहेफ अंजुम (रैंक 2)
कमलेश सरकार (रैंक 2)
मीनाक्षी प्रधान (रैंक 3)
कृष्ण कुमार (रैंक 3)
ग्रीतु चंद्रा (रैंक 3)
हर्षिका चौरडिया (रैंक 3)

10वीं में फस्ट, सेंकड और थर्ड नंबर पर भी लड़की
बता दें कि इन परिणामों में 10वीं में जहां रायगढ़ की सुमन पटेल ने पहले स्थान पर रही हैं। 10वीं रिज्लट में कांकेर के कमलेश सरकार दूसरे स्थान पर रहे।  महासमुंद की मीनाक्षी प्रधान थर्ड टॉपर बनीं। वहीं 12वीं में बालोद के रितेश कुमार साहू ने टॉप किया है। 

यह टॉपर बेटियां अब आसमान में उड़ेंगी
बता दें कि छत्तीसगढ़ में 10वीं और 12वीं में इस साल टॉप करने वाले स्टूडेंट्स हेलिकॉप्टर में सैर करने वाले हैं। क्योंकि पिछले दिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ऐलान किया है कि उनकी सरकार  टॉपर्स को हेलिकॉप्टर राइड कराएगी। यानि सरकार ने यह फैसला किया है कि जिले में जो भी स्टूडेंट्स टॉप करेंगे उन्हें हेलिकॉप्टर से सैर कराई जाएगी। सीएम ने इसके पीछे की वजह बताई थी कि इससे बच्चों को पढ़ाई में प्रोत्साहन मिलेगा।