सार
यह तस्वीरें छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचलों में मौजूद स्कूलों की हैं। यहां 14 से 22 अक्टूबर तक स्टेट लेवल एसेसमेंट एग्जाम हो रहे हैं। पेपर इंटरनेट पर अपलोड किए गए थे, लेकिन लिंक खोलकर पेपर देखने के लिए टीचरों के पसीने छूट गए।
रायपुर. ये तस्वीरें डिजिटल इंडिया की हकीकत दिखाती हैं। छत्तीसगढ़ में 14 से 22 अक्टूबर तक स्टेट लेवल एसेसमेंट एग्जाम चल रहे हैं। पेपर एजुकेशन डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर अपलोड किए गए हैं। यानी टीचरों को लिंक खोलकर प्रश्न देखकर ब्लैक बोर्ड पर लिखने थे। लेकिन नेटवर्क न मिलने वे टीचरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। नेटवर्क ढूंढने टीचरों को स्कूल की छतों पर चढ़ना पड़ा। जिन स्कूलों में छतों पर चढ़ना मुमकिन नहीं था, वहां टीचर पेड़ पर जा चढ़े।
लिंक खोलने छूट गए पसीने..
एग्जाम के लिए एजुकेशन डिपार्टमेंट एक दिन पहले प्रश्नों की लिंक टीचरों को देता है। उसका पासवर्ड भी दिया जाता है। जब टीचर गांव पहुंचे, तो वहां नेटवर्क की प्रॉब्लम थी। लिहाजा कई कोशिशों के बावजूद लिंक नहीं खुली। ऐसी स्थिति में कई जगहों पर एग्जाम कैंसल हो गए। वहीं कई जगहों पर देरी से एग्जाम शुरू हो सके। दरअसल, यह सारी कवायद शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने की जा रही है। यह प्रक्रिया पिछले साल से शुरू हुई है। जिला शिक्षा अधिकारी जीआर चंद्राकर भी मानते हैं कि नेटवर्क न मिलने से दिक्कतें आईं।