सार
दिल्ली में कोविड 19 के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले 17 दिनों में इलाजरत मरीजों की संख्या 601 से बढ़कर 48 सौ से ऊपर पहुंच गई है। हालांकि, राहत की बात ये है कि अस्पताल में भर्ती होने की दर काफी कम है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि हमारे पास पर्याप्त मात्रा में बेड और अन्य संसाधन उपलब्ध हैं।
नई दिल्ली। दिल्ली में कोविड 19 (Covid 19 In Delhi) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। रोजाना 1000 से अधिक केस आने लगे हैं। लेकिन दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra jain) का कहना है कि लोग गंभीर रूप से बीमार नहीं हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या अभी काफी कम है।
जैन ने कहा कि अस्पताल में मरीजों के भर्ती होने की कम संख्या इसलिए है क्योंकि हमारी पूरी आबादी ने टीकाकरण करवा लिया है। इसके चलते लोगों में इम्युनिटी बढ़ी है और उनकी प्रतिरोधक क्षमता बेहतर हुई है।
उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में लोग पहले ही संक्रमित हो चुके हैं, ऐसे में उनकी रोग से लड़ने की शक्ति बढ़ी है। जैन ने कहा कि फिलहाल कोविड से घबारने की जरूरत नहीं है, लेकिन एहतियात जरूरी है।
बच्चों और बड़ों में संक्रमण दर समान
जैन ने कहा कि कई सीरो सर्वे से पता चलता है कि बच्चों और वयस्कों में संक्रमण दर लगभग एक जैसी ही है, लेकिन बच्चों में बीमारी की गंभीरता बहुत कम है। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही बुधवार को उपचार करा रहे मरीजों की संख्या 4,832 पहुंच गई है। 17 दिन पहले यानी, 11 अप्रैल को यह 601 थी। इससे साफ है कि कोविड के केस लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं।
3 प्रतिशत मरीज ही अस्पतालों में भर्ती
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अस्पताल में भर्ती होने की दर अभी तक कम रही है और यह संक्रमण के कुल मामलों के 3 प्रतिशत से भी कम है। दिल्ली के अस्पतालों में कोविड-19 के 129 मरीज भर्ती हैं। 3,336 घर पर क्वारेंटाइन हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पहले जब दिल्ली में 5,000 मरीजों का इलाज चल रहा होता था तो इनमें से 1,000 अस्पताल में भर्ती होते थे। दिल्ली में कोरोना मरीजों के लिए 9,390 बेड उपलब्ध हैं। इनमें से केवल 148 बेड पर ही मरीज भर्ती हैं।
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