सार

टी20 विश्वकप 2022 में ऑस्ट्रेलिया के अलग-अलग हिस्से में पहुंचकर मैच खेलने के लिए टीम इंडिया को फ्लाइट से सफर तय करना होता है। कई मैदान तो ऐसे हैं, जहां पहुंचने के लिए 5 घंटे से भी ज्यादा का वक्त लग जाता है। ऐसे में टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़, कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली अपनी बिजनेस क्लास की सीट छोड़ देते हैं। 
 

T20 World Cup Team India. टी20 विश्वकप 2022 में भारतीय तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन उम्मीद से कहीं बेहतर है। शुरूआती ओवर्स हों या मिडिल ओवर में बॉलिंग, सभी मोर्चे पर टीम के तेज गेंदबाज प्लानिंग के अनुसार गेंदबाजी करते दिख रहे हैं। इतना ही नहीं टीम की परेशानी डेथ ओवर्स की बॉलिंग थी लेकिन विश्वकप के ज्यादातर मैचों में टीम के तेज गेंदबाजों ने डेथ ओवर्स में भी कमाल की बॉलिंग की है। इसके पीछे टीम के सपोर्ट सिस्टम का बड़ा हाथ है। रिपोर्ट्स की मानें तो टीम के कोच राहुल द्रविड़, कैप्टन रोहित शर्मा और विराट कोहली हवाई सफर के दौरान अपनी-अपनी बिजनेस क्लास की सीट छोड़ देते हैं और तेज गेंदबाजों को देते हैं ताकि उन्हें पैर फैलाने की ज्यादा जगह मिले और वे रेस्ट कर सकें।

भारतीय टीम के एक सहयोगी स्टाफ की मानें तो टूर्नामेंट से पहले ही यह तय कर लिया गया था कि तेज गेंदबाजों को ज्यादा रिक्लाइन की जरूरत है ताकि वे अपने पैर फैलाकर रेस्ट कर सकें। माना जा रहा है कि किसी भी टूर्नामेंट में पैर और पीठ की समस्या किसी भी एथलीट की दुश्मन होती है। लेकिन भारतीय टीम ने अपने तेज गेंदबाजों को ज्यादा रिलैक्स रखने के लिए यह रणनीति अपनाई। हवाई सफर के दौरान टीम के कोच राहुल द्रविड़ ही नहीं रोहित शर्मा और विराट कोहली अपनी बिजनेस क्लास की सीट छोड़ देते हैं और इन सीटों पर अर्शदीप सिंह, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी और हार्दिक पंड्या बैठते हैं ताकि ज्यादा लेग स्पेस मिले और वे खेल से पहले पूरी तरह से आराम कर पाएं। 

क्या है बिजनेस क्लास सीट का नियम
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद यानी आईसीसी के नियमों के अनुसार टूर्नामेंट के दौरान हर टीम को बिजनेस क्लास की चार सीटें मिलती हैं। इन पर कोच, कप्तान, उपकप्तान और मैनेजर ही बैठते हैं। लेकिन टीम इंडिया मैनेजमेंट को जब यह बात पता चली कि उन्हें हर तीसरे या चौथे दिन ट्रैवल करना है तो यह तय किया गया है यह चारों सीटें हम अपने तेज गेंदबाजों को देंगे। ताकि उन्हें पैर फैलाने की ज्यादा जगह मिले और उनके पैरों में किसी तरह की समस्या न हो। टीम इंडिया को टी20 विश्वकप 2022 में करीब 34000 किलोमीटर का सफर तय करना है। साथ ही तीन तरह के टाइम जोन में जाना है। कहीं गर्मा तो कहीं ठंड और हवा का अलग-अलग असर है, ऐसे में तेज गेंदबाजों के चोटिल होने का खतरा ज्यादा रहता है।

टाइट है टीम इंडिया का शेड्यूल
टीम इंडिया के बॉलिंग कोच पारस म्हाब्रे बताते हैं कि टीम का शेड्यूल इतना ज्यादा टाइट है कि हमें पाकिस्तान पर मिली रोमांचक जीत का जश्न मनाने तक का मौका नहीं मिला क्योंकि अगली सुबह फ्लाइट थी। एक बार अश्विन से पूछा गया कि दिन का क्या प्लान तो स्पिनर ने कहा कि- क्या प्लान है सर, हम ट्रैवल कर रहे हैं। गेंदबाजी कोच बताते हैं कि कई खिलाड़ी मैच से पहले अपने ट्रैवल बैग्स तैयार रखते हैं ताकि टाइम पर एयरपोर्ट पहुंचा जा सके। यहां तक टीम मीडिया मैनेजर प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भी घड़ी पर नजर रखते हैं ताकि आगे का शेड्यूल न बिगड़े। ऐसे में तेज गेंदबाजों को रिलैक्स रखने के लिए यह तरीका अपनाया गया।

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