सार

भारतीय जनता पार्टी ने 2020 के लिए अपने चेहरे का एलान कर दिया है। भाजपा एक बार फिर किसी स्थानीय चेहरे की बजाय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर दिल्ली का चुनाव लड़ेगी।

नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी ने 2020 के लिए अपने चेहरे का एलान कर दिया है। भाजपा एक बार फिर किसी स्थानीय चेहरे की बजाय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर दिल्ली का चुनाव लड़ेगी। पार्टी इससे पहले भी प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर कई राज्यों में चुनाव लड़ चुकी है और जीत भी हासिल की है। भाजपा ने "दिल्ली चले मोदी के साथ" का नारा दिया है और दिल्ली के लोगों से भारतीय जनता पार्टी को वोट देने की अपील की है। पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में हो रहे बूथ सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को चुनाव जीतने का मंत्र देंगे। इस सम्मेलन में दिल्ली बीजेपी के 30 हजार से ज्यादा कार्यकर्ताओं के शामिल होने का दावा किया जा रहा है। 

दिल्ली में भाजपा या दूसरी किसी भी पार्टी के पास केजरीवाल को टक्कर देने के लिए उपर्युक्त चेहरा नहीं था, जिसके बाद भाजपा ने प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। भाजपा बूथ सम्मेलन में शामिल होने आए कार्यकर्ताओं को एक फोल्डर भी दे रही है, जिसमें दिल्ली के केन्द्र सरकार ने क्या-क्या कदम उठाए हैं। इसका जिक्र है। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी की सरकार के खिलाफ 23 आरोपों का पत्र भी दिया जा रहा है। भाजपा अनाधिकृत कालोनियों को नियमित करने के फैसले को अपनी सबसे बड़ी उपल्ब्धि के तौर पर बता रही है और इन्हीं मुद्दों को लेकर भाजपा चुनाव में उतरेगी। 

3 भागों में बांटे बूथ 
भारतीय जनता पार्टी ने आगामी चुनाव के लिए अपने कार्यकर्ताओं को कुल 22 मंत्र दिए हैं, जिनके जरिए भाजपा दिल्ली फतेह करेगी। पार्टी ने 2015,2017 और 2019 के चुनावों के आधार पर बूथ को तीन कैटेगरी में बांटा है। 
कैटेगरी A- जिसमें भाजपा तीनों चुनाव जाती। 
कैटेगरी B- जिसमें भाजपा दो चुनाव जीती। 
कैटेगरी C- जिसमें भाजपा एक चुनाव जीती।    

कैटेगरी के हिसाब से भाजपा ने A कैटेगरी के बूथ में 85% और B,C कैटेगरी के बूथ में 51% प्रतिशतत मतदान कराने का लक्ष्य रखा है। भाजपा कार्यकर्ता राम मंदिर निर्माण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भी चर्चा करेंगे। संघ परिवार के वरिष्ठ लोगों से बातचीत करके सुझाव लेंगे और अनाधिकृत कॉलोनियों के प्रभावशाली लोगों की सूची बनाकर उन्हें केन्द्र सरकार के फैसले की जानकारी भी देंगे। 

आरोप पत्र में नहीं है केजरीवाल का नाम 
भाजपा ने अपने आरोप पत्र में दिल्ली सरकार पर कुल 23 आरोप लगाए हैं, पर पूरे आरोप पत्र में कहीं पर भी केजरीवाल का नाम नहीं लिया गया है। जबकि केन्द्र सरकार के कई फैसलों का जिक्र भी इस आरोप पत्र में किया गया है। पूरे आरोप पत्र में दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री पर ही निशाना साधा गया है।