सार
आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार भावना गौर ने पालम सीट पर विजय हासिल की है। इस सीट पर आप उम्मीदवार ने बीजेपी के कैंडिडेट विजय पंडित को 32 हजार से अधिक वोटों से हराया है।
नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार भावना गौर ने पालम सीट पर विजय हासिल की है। इस सीट पर आप उम्मीदवार ने बीजेपी के कैंडिडेट विजय पंडित को 32 हजार से अधिक वोटों से हराया है। दिल्ली विधानसभा के 70 सीटों में शामिल पालम विधानसभा दक्षिणी दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। पालम विधानसभा सीट के लिए 1993 से अब तक छह बार विधानसभा के चुनाव हुए हैं। यहां से चार बार BJP, और एक बार आप और एक बार कांग्रेस के उम्मीदवार ने जीत हासिल की है।
आप ने फिर भावना पर जताया विश्वास
पालम विधानसभा सीट पर आप ने अपने विधायक भावना गौर को मौका दिया है। जबकि बीजेपी की ओर से विजय पंडित तो आरजेडी ने निर्मल कुमार सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर 1993 में पहली बार हुए चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार धर्म देव सोलंकी ने जीत हासिल की थी। जबकि मौजूदा समय में इस सीट पर आप की भावना गौर का कब्जा है।
कांग्रेस को सिर्फ एक बार मिली है जीत
पालम सीट पर 1993 में भाजपा ने जीत हासिल की। जिसके बाद 1998 में हुए दिल्ली के दूसरे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार रहे महेंद्र यादव ने इस सीट पर अपनी जीत का परचम लहराया था। जिसके बाद 2003 में हुए चुनाव में बीजेपी ने वापसी की और लगातार 3 बार यानी 2003, 2008 और 2013 के चुनाव में धर्म देव सोलंकी ने जीत हासिल की।
30,849 वोटों से बीजेपी को हराया
दिल्ली चुनाव में दूसरी बार हिस्सा ले रही आम आदमी पार्टी ने जीत का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। 2015 के चुनाव में आप उम्मीदवाप भावना गौर ने बीजेपी के उम्मीदवार और 4 बार से विधायक रहे धर्मेंद्र देव सोलंकी को 30,849 वोटों से हराया था। 2015 के चुनाव में आप उम्मीदवार भावना को 82,637 वोट मिले थे। जबकि दूसरे नंबर पर रही बीजेपी को 51,788 मत मिले थे। जबकि कांग्रेस पार्टी के वोट प्रतिशत में कमी आई थी।
पालम दक्षिण-पश्चिम दिल्ली की एक बड़ी आवासीय कॉलोनी है। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहले पालम एयरपोर्ट के नाम से ही जाना जाता था। पालम दिल्ली के सबसे पुराने गांवों में से एक है। कहा जाता है कि 1639 में जब शाहजहां ने लाल किले की नींव रखी थी तो पालम गांव के ही 5 बुजुर्गों को बुला कर उन्हें सम्मानित किया था। इन बुजुर्गों ने ही लाल किले की नींव की पहली ईंट रखी थी। पालम गांव को 360 गांवों की चौधराहट मिली हुई थी। यह भी कहा जाता है कि मुगल साम्राज्य का संस्थापक बाबर भी पालम गांव में रुका था और सबसे पहले उसने पालम को ही अपनी राजधानी बनाया था। बाबर के समय की बनी एक मस्जिद अभी भी पालम में हैं और एक बावड़ी भी।