सार
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Vidhan sabha Chunav 2022) के लिए 70 सीटों पर एक चरण में 14 फरवरी को वोटिंग होगी। वोटिंग से पहले INDIA NEWS-जन की बात जनमत सर्वेक्षेण (JAN KI BAAT OPINION POLL) में उत्तराखंड में फिर से भाजपा की सरकार बनते दिख रही है। उत्तराखंड में भाजपा को 40% वोट मिलने का अनुमान लगाया है। हालांकि पिछले चुनाव की तुलना में इस बार सीटें कम हो रही हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा भारी बहुमत से सत्ता में आई थी। भाजपा को 57 सीटें मिली थीं।
नई दिल्ली. उत्तराखंड विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Vidhan sabha Chunav 2022) के लिए 70 सीटों पर एक चरण में 14 फरवरी को वोटिंग होगी। वोटिंग से पहले अंतिम INDIA NEWS-जन की बात जनमत सर्वेक्षेण (JAN KI BAAT OPINION POLL) में उत्तराखंड में फिर से भाजपा की सरकार बनते दिख रही है। उत्तराखंड में भाजपा को 40% वोट मिलने का अनुमान लगाया है। हालांकि पिछले चुनाव की तुलना में इस बार सीटें कम हो रही हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा भारी बहुमत से सत्ता में आई थी। भाजपा को 57 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 11 सीटें। दो सीटें अन्य के खाते में आई थीं।
उत्तराखंड में भाजपा की वापसी
ओपिनियन पोल के अनुसार, उत्तराखंड में फिर से बीजेपी सरकार बना सकती है। हालांकि इस बार 70 सीटों में से भाजपा को 34-39 सीटें मिलते दिख रही हैं। कांग्रेस को 27-33 सीटें मिलने की संभावना है। भाजपा के लिए अनुमानित वोट शेयर 40% और कांग्रेस को 38% है। AAP को 11 प्रतिशत, बसपा को 2 प्रतिशत, जबकि अन्य को 9 प्रतिशत वोट शेयर होते दिख रहे हैं। आम आदमी पार्टी को 2-4 सीटें, जबकि अन्य के खाते में 0-1 सीट आते दिख रही है।
4000 सैम्पल साइज
यह ओपिनियन पोल 31 जनवरी से 5 फरवरी, 2020 के बीच किया गया। इसमें 4000 सैम्पल लिए गए। इसमें 18-25 उम्र के 18 प्रतिशत, 25-35 उम्र के 22 प्रतिशत, 35-45 उम्र के 40 प्रतिशत और 45 प्लस उम्र के 20 प्रतिशत लोगों की राय ली गई।
क्षेत्रवार सीटें
- गढ़वाल क्षेत्र में कुल 41 सीटें हैं। इनमें से 21 भाजपा, 16 कांग्रेस, आप 1 और अन्य के खाते में 2-3 आने का अनुमान है।
- कुमाऊं क्षेत्र में कुल 29 सीटें हैं। इनमें से 13 भाजपा, 14 कांग्रेस, जबकि आप और अन्य को 1-1 सीट मिलती नजर आ रही है।
43 प्रतिशत लोग मौजूदा भाजपा सरकार से खुश
ओपिनियन पोल में 43 प्रतिशत लोगों ने मौजूदा भाजपा सरकार के कामकाज से संतुष्टि जताई। 32 प्रतिशत लोगों ने इसे औसत बताया। सिर्फ 25 प्रतिशत लोग ही सरकार से नाखुश नजर आए।
ये मुद्दे हैं इस बार
इस चुनाव के मुख्य मुद्दों पर लोगों की राय ली गई। 25 प्रतिशत लोगों के लिए प्रत्याशी का चेहरा मुख्य मुद्दा था। 25 प्रतिशत ने पलायन को मुख्य मुद्दा माना। 18 प्रतिशत ने विकास, जबकि 12 प्रतिशत ने महंगाई, 10 प्रतिशत ने स्वास्थ्य और 10 प्रतिशत ने शिक्षा को मुख्य मुद्दा माना।
ब्राह्मणों के सबसे अधिक वोट भाजपा के खाते में
ओपनियन पोल में जाति के आधार पर भी लोगों की राय ली गई। इसके हिसाब से भाजपा के खाते में 48 प्रतिशत ब्राह्मणों के वोट जाते दिख रहे हैं। कांग्रेस को 35 प्रतिशत, अन्य को 7 प्रतिशत ब्राह्मणों के वोट मिलते दिख रहे हैं। 10 प्रतिशत ब्राह्मण अभी कुछ तय नहीं कर पाए हैं, किसे वोट देंगे।
- राजपूत वोट-भाजपा को 45 प्रतिशत, कांग्रेस को 38 प्रतिशत, अन्य को 9 प्रतिशत वोट मिलते दिख रहे हैं। 8 प्रतिशत राजपूत अभी तय नहीं कर पाए हैं कि किसे वोट देंगे।
- सिख-अगर सिखों की बात करें, तो सबसे अधिक 38 प्रतिशत वोट कांग्रेस और इसके बाद 35 प्रतिशत वोट AAP के खाते में जाते दिख रहे हैं। भाजपा को 27 प्रतिशत सिखों के वोट मिलते नजर आ रहे हैं।
- मुस्लिम-जनमत सर्वे में भाजपा को मुस्लिमों के कोई वोट मिलते नहीं दिख रहे। इसमें से 80 प्रतिशत कांग्रेस, जबकि 20 प्रतिशत अन्य के खाते में जाते दिख रहे हैं।
- SC का वोट बैंक-कांग्रेस के खाते में 40 प्रतिशत, बसपा के खाते में 25 प्रतिशत, जबकि भाजपा के खाते में 20 प्रतिशत वोट जाने का अनुमान है। अन्य के खाते में 15 प्रतिशत वोट जा सकते हैं।