सार
Poonam Pandey Cervical Cancer Awareness. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने एक बयान जारी कर कहा कि पूनम पांडे सर्वाइकल कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए सरकार के राष्ट्रीय अभियान की ब्रांड एंबेसडर नहीं है। जानें ये बात कैसे उठी।
एंटरटेनमेंट डेस्क. कॉन्ट्रोवर्शियल क्वीन पूनम पांडे (Poonam Pandey) हाल ही में सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) से अपनी मौत की अफवाह फैलाई थी, जिससे कईयों का धक्का लगा था। इसके बाद 24 घंटे में पूनम ने सामने आकर कहा कि वे जिंदा है और ऐसा उन्होंने सर्वाइकल कैंसर के प्रति जागरूकता फैलना के लिए किया था। हालांकि, उनकी इस हरकत पर लोगों ने उन्हें जमकर लताड़ लगाई। एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से जुड़े सेलेब्स तक ने उन्हें खरीखोटी सुनाई। इसी बीच सोशल मीडिया पर यह खबर भी तेजी से वायरल हुई कि पूनम भारत सरकार के सर्वाइकल कैंसर जागरूकता राष्ट्रीय अभियान की ब्रांड एंबेसडर हो सकती है। हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस खबरों को गलत बताया और एक स्टेटमेंट जारी कतर सारी बातों को क्लियर किया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का बयान
रिपोर्ट्स की मानें तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि पूनम पांडे सर्वाइकल कैंसर के सरकार के राष्ट्रीय जागरूकता अभियान की ब्रांड एंबेसडर नहीं है। बता दें कि 2 फरवरी को पूनम पांडे ने इस बीमारी के चलते मौत की झूठी खबर वायरल हुई थी। जब सच्चाई सामने आई तो लोगों ने उनके इस स्टंट की खूब आलोचना की थी।
24 घंटे में जिंदा सामने आई थी पूनम पांडे
अपनी मौत के 24 घंटे बाद पूनम पांडे ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर कहा था कि सर्वाइकल कैंसर ने मुझे नहीं मारा, लेकिन इसने हजारों महिलाओं की जान ली है। इस बीमारी से कैसे बचाव हो, इसकी जानकारी के अभाव में कई जिंदगियां चली जाती है। एचपीवी टीके और कुछ शुरुआती टेस्ट के जरिए इससे बचाव किया जा सकता है। इस बीमारी से किसी की जान न जाए, इसके लिए हमारे पास कई जरूरी साधन हैं। हालांकि, उनकी पोस्ट पर लोगों ने उन्हें जमकर क्रिटिसाइज किया था। बता दें कि हालिया अनुमानों के अनुसार भारत में हर साल करीब 80 हजार महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर होता है और 35 हजार महिलाओं की इसके कारण मृत्यु हो जाती है।
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