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सरकार की इन योजनाओं में मिल रहा है 7.6 फीसदी तक ब्याज, हासिल कर सकते हैं डबल मुनाफा
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पब्लिक प्रोविडेंट फंड
देश की सबसे सुरक्षित और सबसे अच्छा ब्याज देने वाली स्कीम पीपीएफ (PPF) है। इस स्कीम के तहत निवेश करने इनकम टैक्स में छूट भी मिलती है। इसे हर लिहाज से बहुत अच्छी स्कीम माना गया है। अगर कोई पीपीएफ में 4000 रुपए महीने जमा करता है, तो 15 साल में 7.20 लाख रुपए जमा हो जाएंगे। वहीं, इस जमा राशि पर 5.81 लाख रुपए ब्याज के रूप में मिलेंगे। इस तरह मेच्योरिटी पर कुल मिलाकर 1,301,827 रुपए मिलेंगे।
(फाइल फोटो)
सुकन्या समृद्धि योजना
पोस्ट ऑफिस की यह योजना 10 साल से कम उम्र की बच्चियों की शिक्षा और शादी के लिए शुरू की गई है। इस योजना में निवेश करने पर 7.6 फीसदी का रिटर्न मिलता है। इस योजना के तहत निवेशक को खाता खोलने की तारीख से 15 साल की अवधि तक राशि जमा करनी होती है। इस योजना में अधिकतम 150,000 रुपए जमा किए जा सकते हैं। इस स्कीम में मेच्योरिटी 21 साल में होती है, लेकिन लड़की के 18 साल की उम्र होने पर भी नियमों के तहत कुछ राशि निकाली जा सकती है। इस योजना के तहत आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स में अधिकतम 1.5 लाख रुपए की छूट मिलती है।
(फाइल फोटो)
सीनियर सिटिजन्स सेविंग स्कीम
सीनियर सिटिजन्स सेविंग स्कीम सीनियर (SCSS) में 60 साल से ज्यादा उम्र के भारतीय नागरिक व्यक्तिगत या संयुक्त रूप से अधिकतम 15 लाख रुपए का निवेश कर सकते हैं। यह योजना की मेच्योरिटी 5 साल की है, जिसे 3 साल के लिए एक बार बढ़ाया जा सकता है। इस योजना के तहत 7.4 प्रतिशत ब्याज मिलता है। यह तिमाही आधार पर मिलता है। इस योजना के तहत मिलने वाले ब्याज पर टैक्स लगता है, लेकिन आयकर अधिनियम की धारा 80TTB के तहत निवेशक इस योजना के तहत प्राप्त ब्याज पर 50,000 रुपए तक की कटौती का दावा कर सकता है।
(फाइल फोटो)
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट
केंद्र सरकार की नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) योजना में निवेश करने पर काफी लाभ मिलता है। इस स्कीम की मेच्योरिटी 5 साल की है। यह एक निश्चित आय वाली योजना है। इसमें ब्याज को डिफॉल्ट रूप से दोबारा इनवेस्ट किया जाता है। इस योजना में सालाना 1.5 लाख रुपए तक का निवेश किया जा सकता है।
(फाइल फोटो)
राष्ट्रीय पेंशन योजना
राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) केंद्र सरकार ने जनवरी, 2004 में सरकारी कर्मचारियों के लिए शुरू की थी। साल 2009 में इसे प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लोगों के लिए भी शुरू कर दिया गया। इसमें लंबी अवधि तक निवेश कर के रिटायरमेंट के बाद जहां मंथली पेंशन का इंतजाम किया जा सकता हैं, वहीं एकमुश्त रकम भी हासिल की जा सकती है। रिटायरमेंट के बाद पेंशन हासिल करने के लिए इसमें निवेश करना काफी अच्छा रहता है, क्योंकि अब ज्यादातर नौकरियों में पेंशन का कोई प्रावधान नहीं रह गया है।
(फाइल फोटो)