मुकेश अंबानी के जादुई Jio Glass का डेमो, छा गए ईशा-आकाश; हर तरफ चर्चा
बिजनेस डेस्क। 15 जुलाई को हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज की 43वीं एनुअल जनरल मीटिंग (एजीएम) में अरबपति बिजनेसमैन और दुनिया के पांचवें सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी ने कई घोषणाएं की। कोरोनावायरस महामारी की वजह से पहली बार वर्चुअल तरीके से हुई इस एजीएम में गूगल के अल्फाबेट इंक ने जियो प्लेटफॉर्म्स में 33,737 करोड़ रुपए का निवेश करने की घोषणा की। इसके बारे में अल्फाबेट इंक के सीईओ सुंदर पिचाई ने जानकारी दी। जियो और गूगल मिल कर 4G और 5G नेटवर्क सपोर्ट करने वाला स्मार्टफोन बनाएंगे, इसके बारे में भी एजीएम में बताया गया। लेकिन सबसे धमाकेदार रहा मुकेश अंबानी के जादुई Jio Glass का डेमो। इस डेमों को ईशा अंबानी और मुकेश अंबानी के बड़े बेटे आकाश अंबानी ने पेश किया। जियो ग्लास एक मिक्स्ड रियलिटी सॉल्यूशन है, जिसके जरिए कई कामों को अंजाम दिया जा सकता है। भारत के तकनीकी क्षेत्र में इस तरह का डेमो अभी तक पेश नहीं किया गया था। इसके बाद हर ओर सिर्फ ईशा अंबानी और आकाश अंबानी की ही चर्चा हो रही है। उन्हें एक तरह से स्टार स्टेटस हासिल हो गया है।
| Published : Jul 16 2020, 01:28 PM IST
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क्या कहा मुकेश अंबानी ने
रिलायंस इंडस्ट्रीज की 43वीं एजीएम को संबोधित करते हुए मुकेश अंबानी ने 5G तकनीक के पूरी तरह भारत में विकास करने की बात कहते हुए ऑनलाइन मीटिंग और दूसरी जरूरतों के लिए रिलायंस जियो द्वारा विकसित किए गए हाईटेक जियो ग्लास (Jio Glass) के बारे में घोषणा की। इसे आज के समय के लिए सबसे जरूरी गैजेट माना जा रहा है।
अभी इसकी कीमत की नहीं हुई है घोषणा
जियो के इस सबसे कूल और मल्टीफंक्शनल गैजेट की कीमत के बारे में अभी कंपनी ने कोई जानकारी नहीं दी है। यह भी नहीं बताया गया है कि यह कब तक मार्केट में एवेलेबल होगा, लेकिन इसके डेमो के जरिए यह दिखाया गया कि यह कैसे काम करता है और इसमें कितने तरह के फीचर्स हैं।
कंपनी प्रेसिडेंट किरण थॉमस ने शुरू करवाया डेमो
रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रेसिडेंट किरण थॉमस ने जियो ग्लास के डेमो को शुरू करवाया। उन्होंने कहा, "हेलो जियो, प्लीज कॉल आकाश एंड ईशा।" इसके बाद जियो ग्लास की ओर से ईशा अंबानी और आकाश अंबानी को कॉल गई। आकाश अंबानी 3D अवतार में सामने आए, जबकि ईशा अंबानी 2D वीडियो कॉल इंटरफेस का इस्तेमाल करते हुए इससे जुड़ीं। इस वीडियो कॉल के दौरान उन्होंने यह दिखाया कि जियो ग्लास कैसे काम करता है और इसके जरिए मीटिंग करना और बातचीत में शामिल होना कितना आसान है।
क्या-क्या हो सकता है जियो ग्लास से
किरण थॉमस ने बताया कि जियो ग्लास के जरिए डिजिटल नोट्स और प्रेजेंटेशन्स एक्सचेंज किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जियो ग्लास को खास तौर पर टीचर्स और स्टूडेंट्स के लिए डिजाइन किया गया है। जियो मिक्स्ड रियलिटी सर्विस के जरिए रियल टाइम 3D वर्चुअल रूम और होलोग्राफिक क्लासेस कंडक्ट किए जा सकते हैं। किरण थॉमस ने कहा कि जियो ग्लास के आने के बाद जियोग्राफी की पढ़ाई का ट्रेडिशनल तरीका इतिहास की बात हो जाएगी।
स्पेसिफिकेशन्स की नहीं मिली है जानकारी
जियो ग्लास के स्पेसिफिकेशन्स के बारे में अभी पूरी जानकारी सामने नहीं आई है। अभी सिर्फ इतना पता चला है कि इसका वजन 75 ग्राम है और इसे स्मार्टफोन से कनेक्ट करना होता है। कंपनी का कहना है कि इसमें 25 इनबिल्ट ऐप्स हैं, जो रियलिटी वीडियो मीटिंग का बेहद शानदार एक्सपीरियंस देने में सक्षम हैं।
जादुई है इसका असर
जियो ग्लास का असर जादुई है। इसके जरिए घर बैठे ऑफिस में हो रही मीटिंग में शामिल तो हुआ ही जा सकता है, इसमें 3D इफेक्ट होने के कारण लोग आपको देखने के साथ फील भी कर सकते हैं। इसके जरिए रिसर्च किया जाना भी बेहद आसान हो जाएगा। आप जियो ग्लास का इस्तेमाल करके दुनिया की किसी जगह को अपने सामने देख सकते हैं। ऑनलाइन वर्क और एजुकेशन के लिए इसे बेहद ही कारगर माना जा रहा है।