- Home
- Business
- Money News
- मुकेश-नीता के छोटे बेटे अनंत की 7 बातें, विदेश में पढ़ाई-लिखाई पर मन से बहुत धार्मिक हैं 'छोटे अंबानी'
मुकेश-नीता के छोटे बेटे अनंत की 7 बातें, विदेश में पढ़ाई-लिखाई पर मन से बहुत धार्मिक हैं 'छोटे अंबानी'
- FB
- TW
- Linkdin
धुन के हैं पक्के
अनंत अंबानी का जीवन बचपन से ही काफी ऐशो-आराम और विलासिता में बीता है, लेकिन वे धुन के पक्के हैं और एक बार जो मन में ठान लेते हैं, उसे पूरा कर के रहते हैं। अनंत आंबानी का वजन 175 किलोग्राम हो गया था। आईपीएल के मैचों में जब वे अपनी मां नीता अंबानी के साथ जाते थे, तो उनकी तस्वीरें मीडिया में आती थी। उनके मोटापे की वजह से लोग उनका मजाक उड़ाते थे और ट्रोल करते थे। इसके बाद अनंत ने वजन कम करने का निश्चय किया। उन्होंने रोज 5 से 6 घंटे तक कड़ी मेहनत के साथ कार्डियो एक्सरसाइज और स्ट्रिक्ट डाइट चार्ट फॉलो कर के सिर्फ 18 महीने में 108 किलोग्राम वजन कम कर लिया।
धार्मिक विचारों के हैं अनंत
अनंत अंबानी मॉडर्न लग्जीरियस लाइफस्टाइल जीने और सालों तक विदेश में शिक्षा पाने के बावजूद पूरी तरह धार्मिक विचारों के हैं। उनका भगवान बालाजी में पूरा विश्वास है। वे तिरुमाला के वेंकेटेश्वर मंदिर में हमेशा दर्शन करने के लिए जाते हैं। वे बद्रीनाथ और केदारनाथ के मंदिरों में भी दर्शन के लिए जाते हैं। अनंत अंबानी ने बालाजी मंदिर में एक पवित्र सफेद हाथी दान किया था। मार्च, 2019 में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री टी. एस. रावत ने अनंत अंबानी को बद्रीनाथ और केदारनाथ मंदिर की कमेटी का मेंबर बनाया। अपनी फैमिली में होने वाले पूजा-पाठ के कार्यक्रमों में भी अनंत अंबानी पूरे उत्साह के साथ भाग लेते हैं।
एनिमल लवर हैं अनंत अंबानी
अनंत अंबानी को जानवरों से बहुत प्यार है। अनंत अंबानी को वाइल्ड लाइफ के बारे में इतनी जानकारी है कि लोग इस विषय पर उन्हें चलता-फिरता इन्साइक्लोपीडिया कहते हैं। अनंत जानवरों के लिए एक शेल्टर होम भी चलाते हैं। उनके पास कई पालतू पशु हैं। नवी मुंबई के अपने घर में उन्होंने कई डॉग्स पाल रखे हैं। उनका वे निजी तौर पर ख्याल रखते हैं। उन्होंने अल्सकान मैलाम्यूट नाम का एक ऐसा डॉग पाला है, जो बहुत ही ठंडे वातावरण में रहता है।
अमेरिका में की पढ़ाई
अनंत अंबानी की शुरुआती पढ़ाई मुंबई के धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल में हुई। इसके बाद वे अमेरिका चले गए और वहां ब्राउन यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। उनके बड़े भाई आकाश अंबानी ने भी ब्राउन यूनिवर्सिटी से ही डिग्री ली थी।
बचपन में हो गए थे अस्थमा के शिकार
अनंत अंबानी बचपन में क्रोनिक अस्थमा के शिकार हो गए थे। इस बीमारी के इलाज के लिए उन्हें हाई डोज की दवाइयां और स्टेरॉयड्स दिए गए। इसके साइड इफेक्ट की वजह से उनकी भूख बढ़ती गई और वे मोटापे के शिकार हो हो गए।
फैमिली बिजनेस में मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
फिलहाल, अनंत अंबानी को जियो प्लेटफॉर्म्स में डायरेक्टर बनाया गया है, पर उम्मीद की जा रही है कि जल्दी ही उन्हें रिलांयस इंडस्ट्रीज में और भी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। साल 2019 में क्रिसमस से पहले रिलायंस की स्थापना के 40 साल पूरे होने पर और अपने दादाजी धीरूभाई अंबानी के जन्मदिवस समारोह में शानदार स्पीच दी थी। यह स्पीच वायरल हो गई थी। अनंत अंबानी ने कहा था कि रिलायंस परिवार की सेवा करना उनकी लाइफ का मिशन है।
राष्ट्रवादी राजनीति के हैं समर्थक
2019 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान अनंत अंबानी मुंबई में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में देखे गए। वहां उन्होंने कहा कि मैं यहां प्रधानमंत्री मोदीजी को सुनने आया हूं और उनका समर्थन करता हूं। अनंत अंबानी का कहना है कि वे राष्ट्रवादी राजनीति के समर्थक हैं।