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बचपन में प्लेन देख कहा था एक दिन उसे उड़ाउंगी, फिर ऐसे पूरा किया सपना, जानें नेवी की पहली महिला पायलट की कहानी
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बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली शुभांगी स्वरूप इंडियन नेवी की पहली महिला पायलट हैं। वह नेवी में फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट पायलट है और डॉर्नियर-228 उनका विमान है।
साल 2019 में ही प्रारंभिक प्रशिक्षण के बाद शुभांगी को वाइस एडमिरल एके चावला ने औपचारिक तौर पर नौसेना में शामिल किया था। चार दिसंबर को जब नौसेना अपना नेवी डे का जश्न मना रही थी, तो शिवांगी को उनके बैज दिए गए थे।
बचपन में कई लोग ऊंचाई देख कर डरने लगते हैं। लेकिन शुभांगी को बचपन से ही प्लेन उड़ाने का बहुत शौक था और छोटी सी उम्र में ही वो तय कर चुकी थी कि पायलट ही बनेगी। जब वह कहती थी कि मैं एक दिन प्लेन उड़ाउंगी।
शुभांगी के पिता सरकारी स्कूल में अध्यापक और मां गृहणी हैं। वह बताती हैं कि बचपन में उनके घर के नजदीक एक हेलीकॉप्टर को उतरते हुए देखा और इसके बाद ठान लिया कि वह पायलट बनेंगी। लंबे समय के इंतजार के बाद उन्होंने वो मुकाम हासिल कर ही लिया।
बता दें कि शुभांगी ने 2010 में DAV पब्लिक स्कूल से CBSE 10वीं की परीक्षा पास की थी। साइंस स्ट्रीम से 12वीं करने के बाद उन्होंने इंजीनियरिंग की। M.Tech. में दाखिला भी लिया।
इसके बाद उनकी तकदीर में जैसे कुछ और ही लिखा था, वह SSB की परीक्षा के जरिए नेवी में सब लेफ्टिनेंट के रूप में चयनित हुईं। करीब डेढ़ साल की ट्रेनिंग के बाद उनका चयन नौसेना में पहली महिला पायलट के लिए किया गया।
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शुभांगी आज सिर्फ बिहार का ही नहीं बल्कि पूरे देश का नाम रोशन कर रही है। उनके साथ लेफ्टिनेंट अवनी चतुर्वेदी के अलावा फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कांत और मोहना शर्मा भी इंडियन एयरफोर्स की पहली महिला फाइटर पायलट हैं।
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