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वनडे में 1000 रन बनाने वाली पहली भारतीय महिला, एक हाथ से बॉलिंग, तो दूसरे हाथ से बल्लेबाजी का दिखाती हैं जौहर
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9 साल की उम्र में क्रिकेट पिच पर रखा कदम
20 मई 1977 को दिल्ली में जन्मीं अंजुम चोपड़ा को बचपन से क्रिकेट खेलने का शौक था। ऐसे समय जब भारत में लड़कियों को खेलने की इजाजत नहीं दी जाती थी, उन्होंने 9 साल की उम्र में क्रिकेट ग्राउंड पर कदम रखा और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।
इन खेलों में भी अंजुम रहीं आगे
अंजुम ने कम उम्र में ही कई खेल खेलें। उन्होंने अपने स्कूल और कॉलेज को एथलेटिक्स, बास्केटबॉल और स्विमिंग में रिप्रेजेंट किया था। वह दिल्ली स्टेट बास्केटबॉल टीम की सदस्य भी थीं।
खिलाड़ियों से भरी है पूरी फैमिली
अंजुम चोपड़ा के पिता कृष्ण बाल चोपड़ा एक फेमस गोल्फर हैं और उनकी मां पूनम चोपड़ा ने भी गुडइयर कार रैली जीती थी। उनके भाई निरवान चोपड़ा भी एक क्रिकेट खिलाड़ी है। बता दें कि, अंजुम ने दिल्ली के रहने वाले एक आईएएस ऑफिसर से शादी की है।
17 साल की उम्र में खेला डेब्यू मैच
अंजुम ने 17 साल की उम्र में ही वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने फरवरी 1995 में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहला मैच खेला था।
दूसरे मैच में हासिल की ये उपलब्धि
भारत के लिए अपनी दूसरी सीरीज में ही उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब दिया गया। इसके बाद 2002 में अंजुम को भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया। उनकी कप्तानी में पहली बार भारत ने दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीती थी।
एक हाथ से बॉलिंग-दूसरे से बैटिंग
अंजुम चोपड़ा ने सिर्फ बल्लेबाजी में ही नहीं बल्कि गेंदबाजी में भी कमाल करके दिखाया। वह बाएं हाथ से बल्लेबाज करती है और दाएं हाथ से मीडियम फास्ट बॉलिंग करती हैं।
अंजुम के नाम दर्ज है ये खास रिकॉर्ड
अंजुम चोपड़ा 100 वनडे मैच खेलने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर हैं। उन्होंने भारत के लिए चार वर्ल्ड कप खेले थे। इतना ही नहीं वनडे में 1 हजार रन बनाने वाली वह पहली भारतीय महिला क्रिकेटर भी हैं।
ऐसा रहा अंजुम का क्रिकेट करियर
भारत के लिए ओपनिंग करने वाली अंजुम चोपड़ा ने 12 टेस्ट, 127 वनडे और 18 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। जिसमें टेस्ट में उनके नाम 548 रन, वनडे में 2856 और टी20 241 रन हैं। अपने करियर में उन्होंने वनडे में एक सेंचुरी और 18 हाफ सेंचुरी लगाई है।
क्रिकेटर से कमेंटेटर बनने तक का सफर
अंजुम ने एक खिलाड़ी, कप्तान, सलाहकार, कमेंटेटर, प्रेरक वक्ता, लेखक और एक्टर के रूप में भारत में महिला क्रिकेट को नया रुप दिया। उन्हें साल 2007 में अर्जुन अवॉर्ड और 2014 में पद्म श्री अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था। 2012 में क्रिकेट से संन्यास के बाद उन्होंने महिला कमेंटेटर रूप में भी अपनी पहचान बनाई।
पेट्स से है बहुत प्यार
अपनी पर्सनल लाइफ के लिए भी अंजुम काफी फेमस है। उन्हें पालतू जानवरों से बहुत प्यार हैं। वह घर में अपने डॉगी के साथ समय बिताना बहुत पसंद करती हैं। वह अपनी फिटनेस को लेकर भी काफी कॉन्शियस रहती हैं। 44 की उम्र में भी वह काफी फिट और खूबसूरत हैं।