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दिल्ली से भाजपा का ये उम्मीदवार बन गया था चुनौती, आप के सबसे ताकतवर मंत्री को ऐसे दी रहा था टक्कर
नई दिल्ली. दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से एक पटपड़गंज सीट काफी महत्वपूर्ण था। दोपहर 12 बजे की बात करें तो इस सीट से दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को भाजपा उम्मीदवार रवि नेगी कड़ी टक्कर दे रहे थे। काउंटिंग के दौरान एक वक्त था कि 1500 से ज्यादा वोटों से डिप्टी सीएम पीछे चल रहे थे। दोपहर 12.50 बजे तक भी भाजपा उम्मीदवार रवि नेगी 800 वोटों से आगे चल रहे थे। बता दें कि यहां से कांग्रसे के उम्मीदवार लक्ष्मण रावत हैं।
| Published : Feb 11 2020, 01:11 PM IST / Updated: Feb 11 2020, 08:12 PM IST
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2015 में सिसोदिया ने आप के पूर्व विधायक और भाजपा उम्मीदवार विनोद कुमार बिन्नी को 28 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। सिसोदिया दिल्ली सरकार के सबसे ताकतवर मंत्री हैं। आप जिन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा काम करने का दावा करती है, उनमें शिक्षा प्रमुख है। ये विभाग सिसोदिया के ही पास है।
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कौन हैं रवि नेगी- 43 साल के भाजपा उम्मीदवार रवि नेगी मूलरूप से उत्तराखंड के रहने वाले हैं। इससे पहले साल 2017 में उन्होंने निगम पार्षद के चुनाव में अपना भाग्य आजमया था। उन्होंने पटपड़गंज विधान सभा क्षेत्र में पार्टी विस्तारक के पद पर भी काम किया। नेगी भाजपा के विनोद नगर मंडल के पूर्व ज़िला उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। इन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक तक की पढ़ाई की है। अपने नामांकन के समय उन्होंने अपनी कुल 1.29 करोड़ रुपये की संपत्ति दिखाई है।
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दिल्ली विधानसभा की 70 विधानसभा सीटों पर शनिवार को मतदान हुआ था, जिसमें 62.59% मतदान हुआ था। चुनाव आयोग ने 24 घंटे बाद मतदान का आंकड़ा जारी किया था, जिसपर आम आदमी पार्टी ने आपत्ति दर्ज कराई थी। आप सांसद संजय सिंह ने कहा था कि क्या भाजपा और आरएसएस से पूछकर मतदान प्रतिशत के आंकड़े जारी किए जा रहे हैं।
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क्या है इस सीट का इतिहास- 1993 में हुए पहले चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार ज्ञानचंद को जीत मिली थी। जबकि उसके बाद के 5 चुनावों में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है। 1998 और 2003 के चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार अम्रिश सिंह गौतम को जीत मिली थी। वहीं, 2008 के चुनाव में कांग्रेस ने अनिल कुमार को मैदान में उतारा था उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार नकुल वर्मा को हरा कर तीसरी बार कांग्रेस के पाले में सीट को डाल दिया था। जिसके बाद 2013 के चुनाव में आप उम्मीदवार मनीष सिसोदिया को जीत मिली थी। वहीं, 2015 में फिर हुए चुनाव में दोबारा मनीष सिसोदिया ने जीत हासिल की। जबकि बीजेपी को हर 1998 से लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है।
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एग्जिट पोल के मुताबिक दिल्ली में दोबारा केजरीवाल की सरकार बनती दिख रही है। टाइम्स नाऊ की माने तो आप को 44, भाजपा 26, कांग्रेस को 0 सीट मिलती दिख रही है। रिपब्लिक टीवी के मुताबिक आप को 48-61 सीट, भाजपा को 9-21 सीट, कांग्रेस को 0-1 सीट मिल सकती है। वहीं इंडिया टीवी को 44, भाजपा को 26 और कांग्रेस को 0 सीट मिलती दिख रही है।