'मोदी सरकार बच्चों को ऑनलाइन पढ़ने पर दे रही 4000 की स्कॉलरशिप', जानें पूरी बात
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व्हाट्सऐप पर ऐसा मैसेज तेजी से शेयर किया जा रहा है। हर कोई छात्रों की लिए इतनी रकम की छूट देखकर खुश हो गया और लोग इस मैसेज को आगे फॉरवर्ड करने लगें।
वायरल पोस्ट क्या है?
व्हाट्सऐप पर एक मैसेज वायरल है जिसमें लिखा है- मोदी सरकार सभी इंग्शिल मीडियम में पढ़ने वाले बच्चों को 40, हजार की स्कॉलरशिप दे रही है। 6 से लेकर 12वीं तक के बच्चे अपने मोबाइल से अप्लाई कर सकते हैं। इसमें जाति को लेकर कोई वर्ग भेद नहीं है।
क्या दावा किया जा रहा है ?
दावा किया जा रहा है कि इस स्कॉलरशिप से इंग्लिश मीडियम वाले बच्चे घर बैठे पढ़ सकेंगे। इसमें एक लिंक दिया गया है जिस पर क्लिक करके फॉर्म भरे जाने की बात कही है।
(Demo Pic)
सच क्या है?
भारत सरकार ऐसी किसी तरह की स्कॉलरशिप नहीं दे रही है। यह बात पीआईबी फैक्ट चेक (PIB Fact Check) ने कही है और सरकार की 4,000 रुपये की स्कॉलरशिप देने वाली खबर को फेक न्यूज करार दिया है। PIB Fact Check केन्द्र सरकार की पॉलिसी/स्कीम्स/विभाग/मंत्रालयों को लेकर गलत सूचना को फैलने से रोकने के लिए काम करता है।
किसी लिंक पर क्लिक करने से बचें
इस प्लेटफॉर्म ने कहा है कि एक व्हाट्सऐप मैसेज में यह दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार अग्रेजी मीडियम के छात्रों को घर पर डिजिटल माध्यम से पढ़ने के लिए 4,000 रुपये की स्कॉलरशिप दे रही है।
लोगों को व्हाट्सऐप पर इससे संबंधित मैसेज आ रहा है और दिए गए लिंक पर क्लिक करके अप्लाई करने के लिए कहा जा रहा है।
इस पर पीआईबी फैक्ट चेक ने कहा कि केंद्र सरकार ऐसी कोई योजना नहीं चला रही है और यह दावा बिल्कुल झूठा है।
अगर आपके पास ऐसा कोई मैसेज आता है, तो उसमें किया गया दावा और दिया गया लिंक फर्जी है। इस तरह के लिंक को क्लिक करने और किसी फॉर्म को भरने से बचें। फॉर्म में आपकी निजी जानकारी लेकर आपके साथ धोखाधड़ी हो सकती है। इसलिए जालसाजों से सावधान रहें।
(Demo Pic)
ये निकला नतीजा
पड़ताल से स्पष्ट होता है कि सरकार ऐसी कोई स्कॉलरशिप बच्चों को नहीं दे रही है। लॉकडाउन में झूठी खबरें फैलाई जा रही हैं। ये फ्राड हो सकते हैं।
तो देखा न आपने कि कैसे हमारे समाज से तेजी से फेक न्यूज वायरल हो रहा है। ऐसे में हमारी जिम्मेदारी बनती है कि लोगों तक इसके सच को पहुंचाए। ऐसे में पढ़ें-लिख वर्ग को इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि बिना जांचे परखे कोई खबर, वीडियो फॉरवर्ड न करें। आपका एक गैर-जिम्मेदारना हरकत समाज की शांति को भंग कर सकती है। वहीं किसी भी खबर पर संदेह हो तो उसे किसी विश्ववसनीय जगह, संस्थान या लोगों से एक बार जरूर कंफर्म करें। आप खुद भी एक बार गूगल पर चेक कर सकते हैं।