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स्टेशन पर दम तोड़ गई मां का पल्ला खींचने वाले बच्चे की किंग खान ने की मदद, क्या यही है वो बालक?
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प्रवासी श्रमिक अरविना खातून ने अपने परिवार के साथ अहमदाबाद से श्रमिक स्पेशल ट्रेन ली थी, जिसके बाद ट्रेन में ही महिला की मौत हो गई। उसके शव को मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म पर रख कर चादर से ढंका गया था, जबकि चादर से खेलते हुए उसके एक बच्चे का वीडियो वायरल हुआ था।
वायरल पोस्ट क्या है?
फेसबुक यूजर “Emotion KKR” ने यह तस्वीर शेयर करते हुए बंगाली भाषा में कैप्शन लिखा, जिसका हिंदी अनुवाद है: “किंग खान उसी छोटे बच्चे के साथ, मुजफ्फरनगर स्टेशन पर मां के शव के साथ खेलते जिस बच्चे का वीडियो वायरल हुआ था, शाहरुख ने उस बच्चे की पूरी जिम्मेदारी उठा ली है।”
क्या दावा किया जा रहा है?
इस तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि किंग खान ने इस बच्चे की पूरी जिम्मेदारी खुद उठाई है। प्रवासी मजदूर मां के मरने के बाद शाहरुख इसका पालन पोषण पढ़ाई लिखाई करवाएंगे। दावा है कि ये वहीं मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म के वायरल वीडियो वाला ही बच्चा है।
फैक्ट चेक
हमने गूगल रिवर्स सर्च इमेज से पता चलाया कि वायरल हो रही तस्वीर करीब तीन साल पुरानी है, हालांकि यह सच है कि शाहरुख खान के मीर फाउंडेशन ने मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन वाले बच्चे की मदद की है। वायरल हो रही तस्वीर को जब हमने रिवर्स सर्च की मदद से ढूंढा तो हमें यह तस्वीर कुछ न्यूज आर्टिकल्स में मिल गई। 18 मार्च, 2017 को प्रकाशित हुई इस रिपोर्ट के अनुसार यह तस्वीर मुंबई के नानावटी अस्पताल की है, जहां शाहरुख खान बोन मैरो ट्रांसप्लांट सेंटर का उद्घाटन करने पहुंचे थे। आर्टिकल में इस समारोह की और भी तस्वीरें देखी जा सकती हैं।
हमें यह तस्वीर वेबलर डॉट कॉम नाम की एक वेबसाइट पर अपलोड किए गए एक वीडियो में भी दिखी। यह वीडियो 20 मार्च, 2017 को अपलोड किया गया था। वीडियो के साथ वॉइसओवर में यह कहते सुना जा सकता है कि तस्वीर नानावटी अस्पताल की ही है, जहां शाहरुख ने अपने नन्हे फैन के साथ पोज दिया।
सच क्या है?
शाहरुख खान के मीर फाउंडेशन ने हाल ही में मुजफ्फरपुर स्टेशन वाले उस बच्चे को ढूंढा और उसकी मदद की। फाउंडेशन ने बच्चे की उसके ग्रैंडपेरेंट्स के साथ तस्वीर साझा करते हुए उन सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया, जिनकी मदद से उस बच्चे तक पहुंचना संभव हो पाया था। शाहरुख खान ने भी ट्वीट कर बच्चे की हिम्मत बढ़ाई और सबका शुक्रिया अदा किया। आप तस्वीर में देख सकते हैं वायरल फोटो और इसमें काफी फर्क है ये वो बच्चा नहीं है जिसकी शाहरुख ने मदद की है।
कोरोना संकट के दौरान शाहरुख और गौरी खान मदद के लिए आगे आए हैं। उनकी कंपनी ने कुल 7 इनिशिएटिव लॉन्च किए हैं, जिसमें स्वास्थ्य कर्मचारियों को पीपीई किट से लेकर जरूरतमंदों को राशन देने तक का काम किया जा रहा है। इतना ही नहीं, शाहरुख ने बांद्रा स्थित अपने चार मंजिला दफ्तर को बीएमसी को क्वारनटीन सेंटर बनाने के लिए दिया है। इसे क्वारनटीन सेंटर बनाने के लिए गौरी खान ने खुद इसे रीडिजाइन किया है। उन्होंने इसका एक वीडियो भी शेयर किया था।
ये निकला नतीजा
फैक्ट चेक से यह साफ हुआ कि शाहरुख खान ने मुजफ्फरपुर स्टेशन वाले बच्चे की मदद जरूर की है, लेकिन वायरल हो रही फोटो में दिख रहा बच्चा वो नहीं है। दोनों तस्वीरें और बच्चे अलग-अलग हैं। कोरोना के बीचज लोग सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें फैला रहे हैं।