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मासूम की जिद के आगे हारी मां, 5 साल के दूसरे बेटे को भी अकेला नहीं छोड़ सकती थी, रिश्तों की भावुक कहानी
भोपाल, मध्य प्रदेश. यह मां हैं डॉक्टर विभा पुरोहित। इनके पति डॉ. सौरभ पुरोहित स्वास्थ्य विभाग में उप संचालक हैं। इनके 2 साल के बेटे वीर को 15 दिन पहले संक्रमण हुआ था। घर में दूसरे 5 साल के बेटे को संभालने वाला कोई नहीं था। पति ड्यूटी में लगे थे। लिहाजा मां ने जोखिम उठाया और अपनी देखरेख में मासूम का इलाज कराया। हालांकि इस दौरान मां और बड़ा बेटा भी संक्रमित हुए, लेकिन तीनों के प्यार और हौसलों ने कोरोना को हरा दिया। तीनों का चिरायु हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था।
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चिरायु हॉस्पिटल के संचालक डॉ. अजय गोयनका ने कहा कि डॉ. विभा कई बार रात को खुद ऑक्सीजन लेती थीं और वीर को अपनी गोद में लिटाए रखती थीं। 15 दिन बाद तीनों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
डॉ. विभा और उनके दोनों बच्चों के साथ ही 19 मरीजों को रविवार को चिरायु हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया गया। इनमें एक आईएएस अधिकारी डॉ. गिरीश शर्मा भी शामिल हैं। 28 मरीजों को मंगलवार को डिस्चार्ज किया जाएगा।
मिलिए कोरोना वॉरियर से: यह हैं गुना के जामनेर थाने की कांस्टेबल रंजीता। सोमवार को इनकी बारात आनी थी। लेकिन ये फिलहाल अपनी ड्यूटी पर हैं, लिहाजा इन्होंने अपनी शादी आगे टाल दी है। मूलतः शिवपुरी के बड़ौदी गांव की रहने वालीं रंजीता जाटव (25) वर्ष 2017 में पुलिस सेवा में आई थीं। इनकी विवाह शिवपुरी जिले के गोबरा गांव निवासी लक्ष्मण के साथ होना है। लक्ष्मण एसएएफ में कांस्टेबल हैं। वे इन दिनों शहडोल में पदस्थ हैं।
भोपाल में रविवार को 56 नए मरीज मिले। अब तक 8 मरीजों की मौत हो चुकी है। यह तस्वीर काजी कैम्प की है। यहां शाम को दुकानों पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इसके बाद पुलिस ने यहां बैरिकैडिंग कर दी।
मध्य प्रदेश में संक्रमितों का आंकड़ा 2137 के पार हो गया। संक्रमण को काबू में लाने प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन 8 दिन और बढ़ाने की बात कही है। यह तस्वीर भोपाल के चिकलोद रोड की है। बेवजह घरों से निकले लोग पुलिस से बहस करते देखे गए। इस पर पुलिस ने उसे सख्ती से लौटा दिया। मध्य प्रदेश सरकार ने विभिन्न राज्यों में फंसे लोगों को वापस लाने और प्रदेश में फंसे लोगों को अपने घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की है। लेकिन इससे भोपाल, इंदौर और उज्जैन हॉट स्पॉट शहर शामिल नहीं हैं। यहां सख्ती बरकरार रहेगी।