- Home
- States
- Madhya Pradesh
- इसको कहते हैं कामयाबी: जब मिली तो छप्पर फाड़कर, बिना कोचिंग के एक ही साल में बना IFS और IAS अफसर
इसको कहते हैं कामयाबी: जब मिली तो छप्पर फाड़कर, बिना कोचिंग के एक ही साल में बना IFS और IAS अफसर
- FB
- TW
- Linkdin
बता दें कि अनमोल ने आईआईटी दिल्ली से बीटेक किया हुआ है। उनको यह सफलता पांचवें अटेम्ट में मिली है। उनकी इस कामयाबी से पूरा परिवार खुश है। उनके माता पिता दोनों डॉक्टर हैं। पिता संजय जैन को जैसे ही इस परिणाम के बारे में पता चला तो वह कहने लगे मुझे मेरे होनाहार बेटे पर गर्व है। आज वह आईएएस अफसर बन गया। उसने कभी हार नहीं मानी, कभी निराश नहीं हुआ, जब कभी वो उदास होता तो हम उसको मोटिवेट करते थे।
अनमोल ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही सोच लिया था कि उनको सिविल सर्विसेज में जाना है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा- जब पहली बार परीक्षा में बैठा तो प्री एग्जाम पास नहीं कर पाया था। लेकिन मैं उदास नहीं हुआ मैंने सोच लिया था कि अब चाहे जो हो जाए आईएएस अफसर तो बनकर ही रहूंगा। दूसरे और तीसरे अटेम्ट में इंटरव्यू तक पहुंचा, लेकिन फाइनल सेलेक्शन नहीं हुआ। साल 2018 में भी परीक्षा दी, लेकिन फिर भी सफलता नहीं मिली। फिर एक साल बाद 2019 में एग्जाम दिया और अब परिणाम आपके सामने है।
बता दें कि अनमोल जैन इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद गुरुग्राम की एक स्टार्टअप कंपनी में नौकरी करते थे। लेकिन यह जॉब भी उन्होंने ज्यादा समय तक नहीं की और भोपाल आ गए। उन्होंने बताया कि मैंने इसके लिए कोई कोचिंग नहीं की। मेरी पूरी तैयारी ऑनलाइन टेस्ट सीरीज और अपने दोस्तों से डिस्कशन पर की है। इसके लिए मैं कोई दिल्ली नहीं गया, जरूरी नहीं कि आपको सफलता कोचिंग करने के बाद मिलती है।
अनमोल ने बताया कि आईएएस से पहले उनका चयन भारतीय वन सेवा (आईएफएस) के लिए हो गया था। लेकिन वह खुश नहीं थे, उन्हें यूपीएससी के रिजल्ट का इंतजार था। अनमोल ने कहा, 'आईएफएस के लिए मेरा दिल्ली मेडिकल होना था, जिसकी तारीख भी कुछ दिन बाद यानी 15 अगस्त को थी। जहां मुझको जाना था। लेकिन अब नहीं जाऊंगा।