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क्या कोरोना वैक्सीन बनाने में सफल होगा भारत? अब Covaxin को लेकर एम्स से आई ये गुड न्यूज
नई दिल्ली. भारत में कोरोना वायरस के 13.37 लाख मामले सामने आ चुके हैं। पिछले 24 घंटे में 48 हजार से ज्यादा मामले सामने आए। इसी बीच कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन Covaxin का एम्स में ट्रायल चल रहा है। एम्स से इसे लेकर एक गुड न्यूज सामने आई है। यहां ट्रायल के पहले दिन 30 साल के एक शख्स को वैक्सीन लगाई गई थी, वैक्सीनेशन के बाद शख्स को किसी भी प्रकार का रिएक्शन नहीं हुआ। दो घंटे बाद उसे छुट्टी भी मिल गई।
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एम्स में ट्रायल के इंचार्ज डॉ संजय राय ने बताया कि ट्रायल शुरू हो चुका है। धीरे धीरे वालंटियर्स की संख्या बढ़ाई जा रही है। अब तक 12 से ज्यादा वालंटियर को ट्रायल के लिए मेडिकल फिटनेस भी मिल चका है। इनमें से दो को शुक्रवार को बुलाया गया था। लेकिन एक वालंटियर निजी वजहों से नहीं पहुंच सका।
शुक्रवार को जिस वालंटियर पर वैक्सीन का ट्रायल हुआ, उसे दो घंटे आब्जर्वेशन में रखा गया। उसके शरीर में किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं हुई। इसके बाद उसे छुट्टी दे दी गई। इस चरण में सेफ्टी के मायने में बहुत अहम माना जाता है।
डॉक्टर संजय राय ने बताया कि वालंटियर को एक डायरी दी गई। इसे मेंटेन करना है। अगर वालंटियर को कोई दिक्कत होती है तो वह इसमें उसे लिखेगा। 7 दिन बाद वालंटियर को दोबारा फॉलोअप के लिए बुलाया गया है। हालांकि, अगर उसे बीच में कोई दिक्कत होती है तो वह कभी भी आ सकता है।
इसके अलावा वालंटियर से वैक्सीन ट्रायल टीम भी लगातार संपर्क में रहेगी और हालचाल लेती रहेगी। शनिवार को भी 3-4 लोगों को वैक्सीन के ट्रायल के लिए बुलाया गया है।
वैक्सीनेशन के बाद सेफ्टी की रिपोर्ट एथिक्स कमेटी को भेजी जाएगी। रिव्यू के बाद इस ट्रायल को आगे बढ़ाया जाएगा। इस वैक्सीन के दो फेज में ट्रायल होने हैं। पहले फेज में यह 100 वालंटियर्स को दी जाएगी।
15-20 दिन में यह फेज पूरा हो जाएगा। इसके बाद दूसरा चरण शुरू होगा। इस ट्रायल के लिए अब तक 3500 लोग रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।