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8 साल बाद निर्भया को न्याय, तो बिन बुलाए मेहमान की तरह तबाही मचाने आया कोरोना, 2020 की 10 बड़ी घटनाएं
नई दिल्ली. साल 2020 खत्म होने को है। लेकिन यह साल कुछ ऐसी यादें छोड़ गया है, जिन्हें सदियों तक भूला नहीं जा सकेगा। इस साल कुछ ऐसी घटनाएं भी हुईं, जिन्हें लोग चाहकर भी नहीं भुला सकेंगे। यहां तक की लोगों ने 2020 को एक बुरे साल के तौर पर यादों में सहेजा है। 2020 में फरवरी-मार्च में अचानक से कोरोना बिन बुलाए मेहमान की तरह आया और पूरी दुनिया में तबाही मचा दी। यहां तक की दुनिया के लगभग सभी देशों में लॉकडाउन लगाया गया। इसके बारे में कभी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी कि दुनिया में सभी गतिविधियां पूरी तरह से ठप्प पढ़ जाएंगी। लेकिन इस महामारी ने जाते जाते भारत को आत्मनिर्भर बनाने का सपना भी दिखा दिया। आईए जानते हैं साल की 10 बड़ी घटनाएं...
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- राजधानी दिल्ली में चुनाव- केजरीवाल का जलवा बरकरार
इस साल की शुरुआत में दिल्ली में विधानसभा चुनाव हुआ। फरवरी में हुए इस चुनाव में अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी का जलवा बरकरार रहा। 70 सीटों वाले राज्य में अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने 62 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं, भाजपा ने 8 सीटें हासिल कीं। जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला। केजरीवाल तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने। इस चुनाव में शाहीन बाग का मुद्दा काफी छाया रहा। दरअसल, नागरिकता कानून के विरोध में शाहीन बाग में विरोध प्रदर्शन हो रहे थे।
- दिल्ली में हिंसा- 50 की हुई मौत
दिल्ली में काफी लंबे वक्त से नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन चल रहे थे। यहां 22-23 फरवरी को सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच झड़प हुई थी। इसके बाद दिल्ली में हिंसा और दंगे हुए। इन दंगों में 50 लोगों की मौत हुई। हजारों दुकानों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई। दिल्ली पुलिस ने आईबी अफसर अंकित शर्मा की हत्या और हिंसा फैलाने के आरोप में आप के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन को गिरफ्तार किया था।
- निर्भया : 8 साल बाद मिला न्याय
16 दिसंबर 2012 की रात, राजधानी दिल्ली में कुछ ऐसा हुआ था, जिसे लोग कभी भुला नहीं सकेंगे। चलती बस में एक लड़की के साथ हुई दरिंदगी ने सभी को झकझोर दिया था। लोग न्याय के लिए सड़कों पर थे। सभी के आंखों में आंसू थे। लेकिन न्याय की मांग कर रहे, लोगों को ये कहां पता था कि इसके लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा। 8 साल के इंतजार के बाद निर्भया के चारों दोषियों को 19 फरवरी को फांसी दी गई। इस खबर के बाद देशवासियों ने सुकून की सांस ली कि आखिरकार निर्भया को न्याय मिल गया। दिल्ली के तिहाड़ जेल में निर्भया के दोषियों को फांसी दी गई थी।
- मध्यप्रदेश : सिंधिया ने पलटी बाजी
मध्यप्रदेश में दिसंबर 2018 में विधानसभा चुनाव हुए थे। भाजपा को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। मप्र के साथ राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी भाजपा ने सत्ता गंवा दी थी। लेकिन 2020 की साल भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हुई। कांग्रेस के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा का दामन थामा। इतना ही नहीं उनके साथ कांग्रेस के बागी विधायक भाजपा में शामिल हो गए। इसके चलते कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। शिवराज सिंह चौहान एक बार राज्य के मुख्यमंत्री बने।
- कोरोना: दुनिया में मचाई तबाही
फरवरी मार्च तक साल 2020 ठीक चल रही थी। लेकिन अचानक से दुनिया का सामना एक ऐसे मेहमान से हुआ, जिसने पूरी दुनिया में तबाही मचा दी। कोरोना के चलते दुनियाभर में 15 लाख लोगों की मौत हुई। अकेले भारत में 1.40 लाख लोगों की मौत हुई। दुनियाभर में 6.7 करोड़ लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। अभी भी कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो सकी है। हालांकि, अब 2021 तक वैक्सीन आने की उम्मीद जताई जा रही है।
- लॉकडाउन- पूरी दुनिया ठप्प पड़ी
मार्च-अप्रैल तक पूरी दुनिया कोरोना की चपेट में आ चुकी थी। तेजी से मामले बढ़ रहे थे। ऐसे में कोई दूसरा उपाय ना होने के चलते दुनियाभर के तमाम देशों ने लॉकडाउन किया। शुरुआत चीन से हुई। इसके बाद भारत, यूरोप के कई देशों, अमेरिका में भी लॉकडाउन लगाया गया। जरूरी सेवाओं को छोड़कर सभी तरह के उद्योग धंधे, दुकानें बंद कर दी गईं। यहां तक की इसके चलते वैश्विक स्तर पर आर्थिक संकट भी आ गया। अभी भी देश इस संकट का सामना कर रहे हैं।
- गलवान हिंसा- जब दुनिया ने देखी भारत की ताकत, चीन को मिला मुंहतोड़ जवाब
चीन की विस्तारवादी नीति किसी से छिपी नहीं है। लेकिन 2020 में चीन ने भारत की सीमा में दाखिल होने की कोशिश की। लेकिन उसे नहीं पता था कि भारत से उसे मुंहतोड़ जवाब मिलेगा। दरअसल, चीन ने मई से जून तक पूर्वी लद्दाख में कई बार घुसपैठ की कोशिश की। दोनों देशों की सेनाएं भी आमने सामने आईं। यहां तक की 15 जून को दोनों देशों के बीच हिंसक झड़प हुई। इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। हालांकि, भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया। इस हिंसक झड़प में चीन के 40 से ज्यादा सैनिक मारे गए। भारत और चीन के बीच सीमा को लेकर विवाद अभी भी निपटा नहीं है।
- अयोध्या में राम मंदिर की राह हुई आसान
2019 में सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में राम मंदिर और मस्जिद विवाद पर ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। कोर्ट ने विवादित जगह पर रामलला का हक बताया था। साथ ही मस्जिद के लिए 5 एकड़ अलग से जमीन देने के लिए कहा था। इस फैसले के बाद इस साल 5 अगस्त को पीएम मोदी ने अयोध्या में रामलला मंदिर का भूमिपूजन किया। इसी के साथ देश के सबसे लंबे विवाद का भी हल हो गया।
- बिहार में चुनाव: भाजपा ने नीतीश कुमार की कुर्सी बचाई
इस साल अक्टूबर-नवंबर में बिहार में विधानसभा चुनाव हुआ। नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा। जबकि लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद, कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा। एग्जिट पोल में इस बार राजद की सरकार बनती दिख रही थी। हालांकि, नतीजे आने के बाद साफ हो गया कि भाजपा नीतीश कुमार के लिए संकटमोचक बनी। नीतीश कुमार ने 7वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस चुनाव में राजद को सबसे ज्यादा 75, भाजपा को 74, जदयू को 43, कांग्रेस को 19 और अन्य को 20 सीटें मिलीं। एनडीए को 125 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत मिला।
- कृषि कानून और विरोध: सरकार-किसान आमने सामने
इस साल मानसून सत्र में केंद्र सरकार ने कृषि में सुधार के लिए तीन कानून पास किए थे। ये कानून किसान उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सुविधा) विधेयक, 2020, किसानों (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) का मूल्य आश्वासन अनुबंध एवं कृषि सेवाएं विधेयक, 2020, आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक, 2020 थे। इन कानूनों का पंजाब में जमकर विरोध हो रहा है। यहां तक की एनडीए में भाजपा की सबसे पुरानी सहयोगी अकाली दल सरकार से बाहर आ गई। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। वहीं, पिछले 12 दिन से किसान इन कानूनों के विरोध में सड़कों पर हैं। किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद बुलाया है। कांग्रेस समेत विपक्ष की तमाम पार्टियों ने इस बंद को समर्थन किया है।