कोरोना@काम की खबर: अब तक नहीं मिला इलाज तो कैसे ठीक हो रहे संक्रमित मरीज
| Published : Apr 01 2020, 03:36 PM IST
कोरोना@काम की खबर: अब तक नहीं मिला इलाज तो कैसे ठीक हो रहे संक्रमित मरीज
Share this Photo Gallery
- FB
- TW
- Linkdin
113
![](https://static-gi.asianetnews.com/images/01e4tk129ycjrdd2xjx6r3d235/2020-04-01-jpg.jpg?impolicy=All_policy&im=Resize=(690))
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, कोरोना वायरस के संक्रमण में सबसे ज्यादा खतरा उम्रदराज यानी 60 साल से अधिक उम्र वाले लोगों को है। फिर ये हाल ही में ये उम्रदराज लोग कैसे ठीक हुए।
213
कैसे हो रहा इलाज: कोरोना वायरस का अब तक कोई इलाज सामने नहीं आया है। ना ही इसकी कोई दवा या वैक्सीन है। दुनियाभर के तमाम देश इसकी दवा बनाने के लिए कोशिश में जुटे हैं। हालांकि, अभी तक किसी को सफलता नहीं मिली है।
313
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा वक्त में संक्रमण के मरीजों का इलाज लक्षणों के आधार पर हो रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने डॉक्टरों के लिए गाइडलाइन जारी की हैं। इसके मुताबिक, अलग अलग लक्षणों के लिए अलग अलग ट्रीटमेंट बताए गए हैं। दवाओं की मात्रा को लेकर भी निर्देश दिए गए हैं।
413
जैसे साधारण खांसी, जुकाम, हल्के बुखार के लक्षण होने पर मरीज को तुरंत अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं भी हो सकती है। या उन्हें दवा देकर इलाज जारी रखा जा सकता है।
513
साथ ही मरीजों को निमोनिया, सांस लेने में दिक्कत, किडनी या दिल की बीमारी होने पर तुरंत आईसीयू में भर्ती कराया जा रहा है। इलाज के दौरान डॉक्टरों को अपने मुताबिक दवा देने की भी मनाही है।
613
डॉक्टरों के मुताबिक, जो मरीज भर्ती हैं, उन्हें लक्षणों के आधार पर दवा दी जाती है। साथ ही उनका इम्युनिटी सिस्टम भी वायरस से लड़ने की कोशिश करता है। मरीज आइसोलेशन में रहते हैं, जिससे उनका वायरस अन्य तक ना पहुंचे।
713
कुछ मरीजों को निमोनिया बढ़ जाता है। फेफड़ों में जलन भी होती है। ऐसी स्थिति में सांस लेने में परेशानी भी हो सकती है। इन्हें हालत बिगड़ने पर वेंटिलेटर पर रखा जा रहा है।
813
हाल ही में स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी जानकारी दी है कि भारत में कोरोना के मरीज गंभीर स्थिति में नहीं हैं। सिर्फ 20-25% मरीजों को ही वेंटिलेटर पर रखने की जरूरत पड़ रही है।
913
वेंटिलेटर पर रखने से मरीज की सांस लेने की समस्या के साथ साथ दूसरे अगों पर पड़ने वाले दबाव से भी राहत मिल सकती है। इसके अलावा मरीजों को दर्द रोकने के लिए कुछ दवाएं भी दी जाती हैं।
1013
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर सुधीर मेहता ने बताया, ICMR और WHO की गाइडलाइन के मुताबिक ही इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गाइडलाइन में यह भी बताया गया है कि हल्के लक्षण के दौरान कैसा इलाज करना है या गंभीर इलाज के दौरान क्या क्या दवा देनी है। इसके लिए पैरामीटर तय हैं।
1113
क्या HIV की दवा से ठीक हो रहे मरीज: विशेषज्ञों के मुताबिक, एचआईवी और कोरोना वायरस में एक जैसा मॉलिक्युलर स्ट्रक्चर है। ऐसे में ये एंटी ड्रग दिए जा सकते हैं। जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में एचआईवी एंटी ड्रग देकर तीन मरीजों को ठीक किया गया।
1213
यह पहला मौका नहीं है। इससे पहले 2003 में जब सार्स वायरस फैला था तो इन दवाओं का इस्तेमाल हुआ। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इन दवाओं का एक सीमा तक ही इस्तेमाल होना चाहिए।
1313
कब मिलेगा इलाज?: कोरोना वायरस की वैक्सीन या कोई दवा कब तक आएगी, यह कहना अभी मुश्किल है। हर देश अपने अपने स्तर पर इसकी दवा खोजने की कोशिश कर रहा है। लेकिन अभी तक किसी को कोई कामयाबी नहीं मिली।