पीएम मोदी की 6 फोटो, जिन्हें लेकर अक्सर सोशल मीडिया पर फैलाया जाता है झूठ
नई दिल्ली. पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल का पहला साल 30 मई को पूरा होने वाला है। नरेंद्र मोदी ने 30 मई 2019 को भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी, जो उनके दूसरे कार्यकाल की शुरुआत थी। इस मौके पर पीएम मोदी के नाम से वायरल होने वाली 6 तस्वीरों के बारे में बताते हैं, जो अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होती हैं और उन्हें लेकर आपसे झूठ बोला जाता है।
- FB
- TW
- Linkdin
पीएम मोदी की झाड़ू लगाने वाली फोटो का सच
झाड़ू लगाते हुए पीएम मोदी की तस्वीर अक्सर वायरल होती है। तस्वीर के साथ दावा किया जाता है कि उन्होंने झाड़ू तक लगाई है। इस तस्वीर को मोदी जी की रेयर तस्वीर बताया जाता है। दावा किया जाता है कि साल 1988 में आरएसएस की रैली में झाड़ू लगाए थे लेकिन बाद में पता चला कि ये तस्वीर फोटोशॉप्ड है। इसमें नरेंद्र मोदी की तस्वीर को फोटो शॉप्ट करके उनकी जगह किसी दूसरे की फोटो लगा दी गई।
ओबामा ने स्क्रीन पर देखी पीएम मोदी की स्पीच?
साल 2014 में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मोदी स्पीच के नाम से इस फोटो को वायरल किया गया। इसमें टीवी स्क्रीन पर बराक ओबामा कुछ और देख रहे थे लेकिन तस्वीर फोटोशॉप्ड की गई। जबकि असल तस्वीर कुछ और थी।
साल 2015 में ये तस्वीर चेन्नई फ्लड के दौरान ली गई थी। तब नरेंद्र मोदी चेन्नई में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे थे। उस दौरान पीआईबी ने मोदी की फोटोशॉप्ड तस्वीर को ट्वीट किया, जिसके बाद पीआईबी का बहुत मजाक बना था। उन्होंने रियल तस्वीर का नक्शा ही बदल डाला था।
व्हाइट हाउस में घूमने की तस्वीर का सच
नरेंद्र मोदी के नाम से यह तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी, जिसमें वे व्हाइट हाउस के बाहर ओबामा अपनी पत्नी के साथ घूम रहे थे, जबकि फोटोशॉप्ड कर उनकी पत्नी की जगह नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगा दी गई थी।
ओबामा के साथ पीएम मोदी की तस्वीर का सच
नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद NaMobama नाम की इस तस्वीर को वायरल किया गया था। इसमें ओबामा के साथ मोदी भी दिख रहे थे लेकिन ये तस्वीर फोटोशॉप्ड थी। इसमें मोदी की तस्वीर को पेस्ट किया गया था।
क्या पीएम मोदी ने हाथ जोड़कर नमाज पढ़ी थी?
साल 2014 में नरेंद्र मोदी के लोकसभा चुनाव जीतने के कुछ महीने के बाद ही एक तस्वीर बहुत तेजी से वायरल हुई, जब वे तुर्कमेनिस्तान गए थे। वहां के पहले प्रेसिडेंट की कब्र के पास कुछ लोगों के साथ मोदी भी गए थे। सभी नमाज पढ़ रहे थे और मोदी हाथ बांधे खड़े थे जबकि वायरल तस्वीर में ये हाथ जोड़कर नमाज पढ़ते दिखाया गया था। यानी तस्वीर फेक है।