- Home
- National News
- कोरोना काल में बदली परंपरा, खुले धर्मस्थल, सोशल डिस्टेंसिंग के साथ भक्ति और इबादत... देखें तस्वीरें
कोरोना काल में बदली परंपरा, खुले धर्मस्थल, सोशल डिस्टेंसिंग के साथ भक्ति और इबादत... देखें तस्वीरें
- FB
- TW
- Linkdin
दिल्ली के लोधी रोड स्थित साईं बाबा मंदिर की यह तस्वीर, जहां कोरोना काल के दौरान सन्नाटा पसारा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना की इजाजत दी गई।
कर्नाटक के बेंगलुरु स्थित डोडा गणपति मंदिर की यह तस्वीर। 75 दिनों बाद यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोला गया है। लॉकडाउन की वजह से देश के सभी धार्मिक स्थल बंद चल रहे थे।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित याहियागंज गुरुद्वारे की यह तस्वीर। जहां लॉकडाउन के बाद गुरुद्वारा खोलने पर प्रार्थना की गई। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन कर भक्तों ने अराधना की।
अनलॉक-1 के पहले चरण में सभी धार्मिक स्थलों को खोलने की इजाजत दे दी गई है। इसी क्रम में दिल्ली का यह जामा मस्जिद भी खोल दिया गया है। इस दौरान सैनेटाइजिंग और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन किया गया।
धार्मिक स्थलों के खुलने के पहले दिन उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर पहुंचे। जहां उन्होंने मंदिर में पूजन-अर्चन किए।
गोरखनाथ मंदिर के पीठाधिश्वर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने गुरु का भी आशिर्वाद लिया। इस दौरान मंदिर में स्वास्थ्य मंत्रालय के गाइडलाइन के मुताबिक पूजा और अराधना की गई।
कर्नाटक सरकार ने 1 जून से धार्मिक स्थलों को खोलने का निर्णय लिया था। लेकिन केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक राज्य में आज से सभी धार्मिक स्थल खुल गए। जिसके बाद बेंगलुरु के डोडा गणपति मंदिर की यह तस्वीर। जहां सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के साथ भक्तों ने गजानन की पूजा की।
दिल्ली के झंडेवालन मंदिर आज खुलने के बाद पूजा के लिए श्रद्धालु आए। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए लोगों ने पूजा-अर्चना की। मंदिर खुलेने के बाद घंटी बजाने का इजाजत किसी को नहीं दी गई है। इसके साथ ही मूर्तियों को भी किसी को छूने की अनुमति नहीं है।
दिल्ली के बंगला साहिब गुरुद्वारे की तस्वीर।
दिल्ली के चांदनी चौक स्थित गौरी शंकर मंदिर की तस्वीर।
दिल्ली के कालका जी देवी का मंदिर। जहां सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के साथ लोगों ने कालका जी की अराधना की।
मस्जिद में वजू के काम आनी वाली हौज खाली कर दी गई है, नमाज के लिए इस्तेमाल होने वाली दरियां हटा दी गई हैं और लोग अपने घरों से चटाई लेकर आएंगे।
एक-दूसरे के शरीर से दूरी बरकरार रखने के लिए फर्श पर निशान बनाए गए हैं ताकि लोगों के बीच पर्याप्त दूरी रह सके। सरकारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को मस्जिद आने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
सरकार द्वारा देशभर में आज से मंदिर खुलने की अनुमति मिलने के बाद हनुमान सेतु मंदिर के बाहर भक्त पूजा करने पहुंचे।