- Home
- States
- Other State News
- ऐसे APP यूज करने वाले सावधान: जहां मीठी बातों के बाद मिलती है 'मौत', एक गलती परिवार पर पड़ती है भारी
ऐसे APP यूज करने वाले सावधान: जहां मीठी बातों के बाद मिलती है 'मौत', एक गलती परिवार पर पड़ती है भारी
नई दिल्ली. डिजिटल भारत की भाग दौड़ वाली इस जिंदगी में युवा देशी-विदेशी ऐप के मकड़जाल में फंसते जा रहे हैं। जहां वो 5 मिनट में लोन देने के नाम पर आपको मीठी-मीठी बातों में फंसाकर पैसा उधार दे देते हैं। जब बाद में उनको इनकी सच्चाई के बारे में पता चलता है तो पछतावे के अलावा कुछ नहीं बचता और दुखी होकर अपनी हंसती-मुस्कुराती जिंदगी से तंग आकर मरने के लिए तैयार हो जाते हैं। ऐसा ही एक दुखद मामला देश की राजधानी दिल्ली से सामने आया है। जहां एक नौजवान ऐप के जाल में इस तरह से उलझा कि वह ना चाहकर भी फांसी के फंदे से लटक अपनी जान दे गया। आइए जानते हैं क्यों ऐप की वजह से मर गया एक युवा...
- FB
- TW
- Linkdin
दरअसल, दिल्ली के द्वारका इलाके में रहने वाले 25 साल के हरीश नाम के युवा ने एक ऐप के जरिए उससे कुछ समय पहले महज 6 हजार रुपए कर्ज के तौर पर उधार लिया था। हालांकि काफी पैसा वह वापस कर चुका था, लेकिन कुछ ही रकम देनी बाकी थी। आए दिन ऐप कंपनी उस पर पैसा चुकाने के लिए लगातार दबाव बना रही थी। जिसके बाद उसने अपने कमरे में जाकर पंखे से फांसी लगाकर जान दे दी।
परिजनों के अनुसार, हरीश की दादी उसे दूध देने पहुंची थीं, जहां उन्होंने काफी देर तक दरवाजा खटखटाया, लेकिन जब कोई हलचल नहीं हुई तो उन्होंने खिड़की से अंदर झांका तो देखा कि उनका पोता फांसी के फंदे से झूल रहा है। उन्होंने शोर मचाया, आसपास के लोग आए और हरीश को पंखे से उतारकर अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और घरवालों के बयान पर मामला दर्ज कर जांच जांच शुरू कर दी। द्वारका डीसीपी, संतोष मीणा को मृतक हरीश की बहन सीमा ने बताया कि 25 नवंबर से भाई के फोन पर अलग-अलग नंबर से कॉल आ रहे थे। वह 6 हजार के लोन के चुकाने के लिए दवाब बना रहे थे। जिसमें वो तीन हजार वापस कर चुका था, लेकिन बाकी का पैसा नहीं देने के चलते हरीश का फोन ऐप वालों ने हैक कर लिया था।
घरवालों को यह पता नहीं चल पा रहा है कि हरीश ने ऐप से आखिर किस काम के लिए ऑनलाइन लोन लिया था। वहीं हरीश की बहन का कहना है कि कंपनी वालों के फोन मेरे पास भी आने लगे थे, लेकिन मैंने उठाए नहीं थे। परिजन ने बताया कि हरीश व्हाट्सएप पर कोई ऐसा ग्रुप भी बनाया था जिसका नाम हरीश नंद किशोर फ्रॉड रखा गया था। इस ग्रुप में हरीश के रिश्तेदारों को भी जोड़ रखा था। बताया जात है कि हरीश को ऐसा ग्रुप बनाने की धमकी दी गई थी।
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने अपने खाताधारकों को ट्वीट करके अलर्ट किया है। एसबीआई अपने ग्राहकों को ऑनलाइन फ्रॉड से बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है। बैंक ने लोगों को फर्जी इंस्टेंट लोन ऐप्स से सावधान रहने को कहा है। ऐसे ऐप सोशल मीडिया के जरिए लोगों अपने जाल में फंसाते हैं और फर्जी ऐप्स के जरिए 5 मिनट में बिना किसी पेपर वर्क के लोन देने की बात करते हैं। बाद में वह कई गुना राशि वसूलते हैं, जिसकी वजह से ऐसे हादसे होते हैं।