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- शौर्य चक्र से सम्मानित कमांडेट ऑफिसर ने दुखी होकर छोड़ी नौकरी, अब पत्नी भी देगी इस्तीफा..शानदार है इसकी वजह
शौर्य चक्र से सम्मानित कमांडेट ऑफिसर ने दुखी होकर छोड़ी नौकरी, अब पत्नी भी देगी इस्तीफा..शानदार है इसकी वजह
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दरअसल, अशोक गहलोत सरकार में निकली भर्तियों में हो रही धांधलियों से सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट विकास जाखड़ बेहद दुखी हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार को देखते हुए ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया। इतना ही नहीं इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री गहलोत को एक पत्र भी लिखा है। जिसमें दुखी होने की वजह और भर्तियों में भ्रष्टाचार करने वाले जिम्मदारों का नाम भी बताया है।
बता दें कि सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेट के पद पर देश की सेवा करने वाले विकास जाखड़ ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति के नाम अपनी यूनिट हेड को भेजा है। विकास को बहादुरी के लिए शौर्य चक्र से भी सम्मानित किया गया है। उनकी बहादुरी के किस्से अपने इलाके और सेना में होते रहे हैं। लेकिन इस वक्त वह नौकरी में हो रहीं भर्ती से बेहद दुखी हैं।
जाखड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है कि राजस्थान में भर्ती में धांधलियां हो रही हैं जिससे युवाओं का भविष्य खराब हो रहा है। साथ ही भर्तियों में भ्रष्टाचार रोक पाने में राजस्थान सरकार को नाकाम बताया है। उन्होंने भर्तियों के भ्रष्टाचार का कारण माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डीपी जरोली और पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंदसिंह डोटासरा को बताया है।
बता दें कि विकास जाखड़ का 23 नवंबर 2016 को लातेहर, झारखंड के जंगलों में ऑपरेशन को अंजाम देने में बड़ा योगदान रहा है। लातेहर के जंगलों में छिपे नक्सली देश की सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती थे। नक्सलियों के इस हमले कई जवान अपनी जान गंवा चुके थे। जवानों ने नक्सलियों तक पहुंचने के लिए रात के सन्नाटे में 23 किलोमीटर का सफर पैदल तय किया, जिसका ने
राजस्थान की भर्ती में हो रहीं धांधलियों से विकास जाखड़ ही नहीं उनकी पत्नी भी दुखी हैं। जाखड़ की पत्नी सुमन पूनियां स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत हैं। उनका कहना है कि अगर उनके पति की मांगों पर राजस्थान सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो वह भी सरकार की कार्यप्रणाली से दुखी होकर अपनी नौकरी से इस्तीफा दे देंगी।
विकास जाखड़ और उनकी पत्नी सुमन ने गहलोत सरकार से मांग है कि कुछ दिन पहले हुई रीट परीक्षा को रद्द किया जाए। क्योंकि उसमें बड़े लेवल पर धांधली हुई हैं। जिनको नौकरी मिलनी थी उनको नहीं मिली और सरकार के चहेते को दे दी गई। रीट परीक्षा की धांधलियों की सीबीआई से जांच हो, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डीपी जरोली को हटाएं, नियमित कैलेंडर से परीक्षा करवाने के लिए एक कमेटी का सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जर्ज की अध्यक्षता में गठन हो।