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साइना से लेकर मैरी कॉम तक ये 10 एथलीट्स नहीं ले पा रहे कॉमनवेल्थ खेलों में भाग
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साइना नेहवाल (बैडमिंटन)
दो बार की कॉमनवेल्थ गेम्स की चैंपियन इस बार इंग्लैंड में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में भाग नहीं लेंगी। उन्होंने बैडमिंटन चयन ट्रायल में भाग ही नहीं लिया। उन्होंने ट्रायल्स होने के तर्क पर सवाल उठाया जब खेल का शेड्यूल पैक किया गया था और कहा कि खिलाड़ियों को ट्रायल की तैयारी के लिए अधिक समय मिलना चाहिए।
मैरी कॉम (मुक्केबाजी)
भारतीय गोल्ड मेडलिस्ट मैरी कॉम चोट के कारण कॉमनवेल्थ खेलों के ट्रायल से बाहर हो गई थीं। दरअसल, राष्ट्रमंडल खेलों की गत चैम्पियन ने 48 किग्रा वर्ग के मुकाबले में अपने प्रतिद्वंदी को एक मुक्का मारने के लिए झुकी, तो उसका घुटना छूट गया। मैरी कॉम इतनी जल्दी ठीक होने में सक्षम नहीं थी, तो वो इस बार CWG में भाग नहीं ले पा रही है।
तेजिंदरपाल सिंह तूर (शॉट पुट)
टॉप भारतीय शॉट पुटर तेजिंदरपाल सिंह तूर को इस साल विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप से पहले कमर की चोट के कारण बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों से बाहर रखा गया है।
एस. धनलक्ष्मी (एथलेटिक्स)
भारतीय धावक एस. धनलक्ष्मी डोप टेस्ट में फेल हो गई और उन्हें खेलों से बाहर कर दिया गया और उन्हें अस्थायी निलंबन सौंप दिया गया। 24 वर्षीय धनलक्ष्मी को सीडब्ल्यूजी टीम में 100 मीटर और 4x100 मीटर रिले टीम में नामित किया गया था।
रानी रामपाल (हॉकी)
इस बार भारतीय महिला हॉकी टीम को अपनी स्टार स्ट्राइकर रानी रामपाल के बिना खेलना होगा। उन्हें चोट के बाद पूरी तरह फिट नहीं होने के कारण 18 सदस्यीय टीम में शामिल नहीं किया गया है। रानी को हैमस्ट्रिंग इंजरी है।
कमलप्रीत कौर (डिस्क थ्रो)
कमलप्रीत कौर ने 23 मार्च को तिरुवनंतपुरम में इंडियन ग्रां प्री II में डिस्कस थ्रो फाइनल में 61.39 मीटर फेंककर राष्ट्रमंडल खेलों के क्वालीफिकेशन मार्क को पार किया। विश्व की एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट (एआईयू) एथलेटिक्स ने 4 मई को अपनी वेबसाइट पर कमलप्रीत कौर के अस्थायी निलंबन की घोषणा की। जिसके कारण वो इस बार कॉमनवेल्थ खेलों का हिस्सा नहीं बनेंगी।
विकास कृष्णन (मुक्केबाजी)
विकास कृष्णन ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुषों के 75 किग्रा फाइनल में स्वर्ण पदक जीता। वह एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों दोनों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष मुक्केबाज हैं। हालांकि, वह इस जून राष्ट्रमंडल खेलों के बॉक्सिंग ट्रायल में शामिल नहीं हुए, जिससे इस साल खेलों में भाग नहीं ले पाएंगे।
विकास कृष्णन (मुक्केबाजी)
विकास कृष्णन ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुषों के 75 किग्रा फाइनल में स्वर्ण पदक जीता। वह एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों दोनों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष मुक्केबाज हैं। हालांकि, वह इस जून राष्ट्रमंडल खेलों के बॉक्सिंग ट्रायल में शामिल नहीं हुए, जिससे इस साल खेलों में भाग नहीं ले पाएंगे।
शिखा पांडे (क्रिकेटर)
इस साल महिला विश्व कप टीम से अचानक बाहर हुई शिखा पांडे को भी राष्ट्रमंडल खेलों की टीम से बाहर कर दिया गया है। 33 वर्षीय ऑलराउंडर ने 56 WT20I में 207 रन बनाए और 40 विकेट लिए हैं।
ऐश्वर्या बाबू (हाई और ट्रिपल जम्पर)
भारतीय जम्पर ऐश्वर्या बाबू को भी राष्ट्रमंडल खेलों से कुछ दिन पहले डोप टेस्ट (प्रतिबंधित स्ट्रेरॉयड का सेवन टेस्ट) में पॉजिटिव पाए जाने के चलते निलंबित कर दिया गया था।
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