सार
भारतीय बॉक्सिंग टीम रविवार रात आयरलैंड में ट्रेनिंग के बाद यहां गेम्स विलेज पहुंची, लेकिन लवलीना की निजी कोच संध्या गुरुंग गांव में प्रवेश नहीं कर सकीं क्योंकि उनके पास मान्यता नहीं है। लवलीना शायद राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान अपने निजी कोच अमेय कोलेकर को अपने साथ रखना चाहती थीं, लेकिन वह लंबी सूची में शामिल नहीं थे।
स्पोर्ट्स डेस्क. भारत के लिए पदक जीतने के लिए खून-पसीना बहा रहे खिलाड़ी, खेल प्राधिकरणों व निरंकुश नौकरशाही का शिकार हो रहे हैं। टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाली लवनीना बोर्गोहेन ने बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (BFI) पर खुद के मानसिक शोषण का आरोप लगाया है। लवलीना के उत्पीड़न वाले ट्वीट के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी सरकार से हस्तक्षेप की मांग की। कॉमनवेल्थ गेम्स लिए गई लवलीना के ट्वीट के बाद खेल मंत्रालय भी सक्रिय हो गया है। ओलंपियन की शिकायत पर मिनिस्ट्री ने भारतीय ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) से तत्काल प्रभाव से लवलिना के कोच के लिए एक्रिडिएशन की व्यवस्था करने के लिए कहा है।
लवलीना ने क्या कहा?
टोक्यो ओलंपिक में कांस्य मेडल जीतने वाली बॉक्सर लवलीना बोर्गोहेन ने सोमवार को ट्विटर पर दावा किया कि ओलंपिक पदक जीतने में मदद करने वाले उनके कोचों को हटा दिए जाने की वजह से वह सही से प्रैक्टिस नहीं कर पा रही हैं जिसके कारण उनको मानसिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है। बताया कि उनकी कोच संध्या गुरुंग को वर्तमान में कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज में प्रवेश की अनुमति नहीं है। लवलीना ने अपने पत्र में लिखा कि आज बहुत दुख के साथ, मैं अपने साथ हो रहे लगातार उत्पीड़न के बारे में सभी को बताना चाहती हूं। जिन कोचों ने मुझे ओलंपिक पदक जीतने में मदद की, उन्हें हमेशा किनारे किया जाता है, जिसने मेरे प्रशिक्षण कार्यक्रम को बुरी तरह प्रभावित किया है।
लवलीना ने पोस्ट किया कि कोचों में से एक संध्या गुरुंगजी हैं, जो द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता हैं। मुझे अपने कोचों को दल में शामिल करने के लिए हाथ जोड़कर विनती करनी पड़ी। मैं इस परीक्षा के कारण मानसिक रूप से परेशान महसूस कर रही हूं। अभी, मेरी कोच संध्या गुरुंग राष्ट्रमंडल खेल गांव के बाहर खड़ी है और उसे प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। मेरे कार्यक्रम के शुरू होने से ठीक आठ दिन पहले, मेरे ट्रेनिंग प्रोग्राम में बाधा उत्पन्न हुई है। मेरे अन्य कोच को भारत वापस भेज दिया गया है।
रविवार की रात बॉक्सिंग टीम पहुंची आयरलैंड
भारतीय बॉक्सिंग टीम रविवार रात आयरलैंड में ट्रेनिंग के बाद यहां गेम्स विलेज पहुंची, लेकिन लवलीना की निजी कोच संध्या गुरुंग गांव में प्रवेश नहीं कर सकीं क्योंकि उनके पास मान्यता नहीं है। लवलीना शायद राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान अपने निजी कोच अमेय कोलेकर को अपने साथ रखना चाहती थीं, लेकिन वह लंबी सूची में शामिल नहीं थे। लवलीना ने आरोप लगाया कि इस्तांबुल में विश्व चैम्पियनशिप से पहले उनके साथ ऐसा ही व्यवहार किया गया और उन्हें डर है कि आगामी बर्मिंघम खेलों में भी ऐसा ही कुछ होगा।
उन्होंने कहा कि मुझे समझ नहीं आ रहा है कि मैं इस सब के बीच खेलों (सीडब्ल्यूजी) पर कैसे ध्यान केंद्रित करूंगा? मेरी विश्व चैंपियनशिप को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। मैं नहीं चाहता कि राजनीति के कारण मेरा राष्ट्रमंडल खेल प्रभावित हो। उम्मीद है कि मैं इस राजनीति से उबरूंगी और देश के लिए पदक जीतूंगी।
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