सार
Parliament Mansoon session में पिछले कई दिनों से विपक्षी सांसद मूल्य वृद्धि पर बहस की मांग को लेकर सदन को ठप किए हुए हैं। सांसदों के हंगामा के चलते सदन बार बार स्थगित करना पड़ रहा है। सोमवार को हंगामा के बाद कांग्रेस के चार सांसदों को निलंबित कर दिया गया।
नई दिल्ली। लोकसभा में कांग्रेस के चार सांसदों को शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। लोकसभा में प्रस्ताव पारित होने के बाद कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर, टीएन प्रतापन, जोथिमणि और राम्या हरिदास को शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। दरअसल, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, विपक्षी सांसदों के मूल्य वृद्धि-महंगाई आदि मुद्दों को लेकर हंगामा न करने की चेतावनी दे रहे थे। इसके बावजूद सांसद मूल्य वृद्धि पर चर्चा कराने की मांग को लेकर तख्तियां लेकर डटे हुए थे। स्पीकर ने चेतावनी देने के बाद कांग्रेस के चार सांसदों को शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया।
इस तरह हंगामा के बीच कर दिया निलंबन प्रस्ताव पास
स्पीकर ओम बिरला की चेतावनी के बावजूद तख्तियां दिखाने और कार्यवाही बाधित करने के लिए कांग्रेस के चार सांसदों को शेष सत्र के लिए लोकसभा से निलंबित कर दिया गया है। लगातार हंगामे के बीच अध्यक्ष ने कांग्रेस सांसदों मनिकम टैगोर, टीएन प्रतापन, जोथिमणि और राम्या हरिदास का नाम लिया।संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने चारों को शेष सत्र के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया। हंगामे के बीच सत्ता पक्ष ने ध्वनि मत से प्रस्ताव पारित कर दिया। इसके बाद कार्यवाही की अध्यक्षता कर रहे राजेंद्र अग्रवाल ने उनके निलंबन की घोषणा की। बाद में उन्होंने पूरे दिन के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी।
क्यों किया गया सांसदों को निलंबित?
देश में बढ़ रही महंगाई, मूल्य वृद्धि के विरोध में विपक्ष लगातार मानसून सत्र में हंगामा कर रहा है। विपक्ष चाहता है कि इस मुद्दे पर सदन में चर्चा हो लेकिन अभी तक इस मुद्दे पर सरकार चर्चा कराने को तैयार नहीं हुई। सांसद लगातार इस मुद्दे को लेकर मुखर है। सोमवार को भी सदन के शुरू होते ही विपक्षी सांसद मूल्यवृद्धि को लेकर हंगामा करने लगे और तख्तियां हाथ में लेकर सदन में प्रदर्शन करने लगे। इस पर स्पीकर ओम बिरला नाराज हो गए। स्पीकर ने तख्तियां नीचे करने और नारेबाजी पर चेतावनी दी। लेकिन वह नहीं माने।
संसदीय कार्य मंत्री ने की सांसदों को अयोग्य घोषित करने की मांग
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने स्पीकर से सदन के अंदर तख्तियां लिए हुए सांसदों को अयोग्य घोषित करने का अनुरोध किया। कुछ विरोध करने वाले सांसद पहले स्पीकर की चेतावनी के बावजूद दोपहर 3 बजे के बाद सदन के वेल में आ गए, जिसके कारण दोपहर 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने चार कांग्रेसी सांसदों को शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया।
तख्तियां घर के बाहर दिखाएं सदन में नहीं: बिरला
ओम बिरला ने कहा कि देश की जनता चाहती है कि सदन चले। लेकिन यह ऐसे नहीं चल सकता, मैं सदन में ऐसी स्थिति नहीं रहने दूंगा। स्पीकर ने कहा, "अगर आप तख्तियां दिखाना चाहते हैं, तो घर के बाहर करें। मैं चर्चा के लिए तैयार हूं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि मेरी दयालुता कमजोरी है। इसके बाद उन्होंने सदन को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी।
सांसद अपनी मांग पर अडे़
तख्तियां और बैनर लेकर विपक्षी सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद में आने और बढ़ती महंगाई और वस्तु एवं सेवा कर, या जीएसटी, आवश्यक वस्तुओं पर बढ़ोतरी पर बयान देने की मांग की है। विपक्ष संसद में महंगाई पर चर्चा की मांग कर रहा है और 18 जुलाई को मानसून सत्र शुरू होने के बाद से ही दोनों सदनों में कार्यवाही ठप कर दी है।
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