कुछ इस तरह से दिखती है मंगल ग्रह की धूलभरी चट्टानी सतह, सामने आईं 4 लेटेस्ट तस्वीरें...
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तस्वीरें लेने से पहले रोवर ने लैंडिंग प्लेटफॉर्म के दक्षिण-पूर्व में लगभग 6 मीटर की दूरी तय की। जहां पर रोवर उतारा गया था, वहां से करीब 10 मीटर की दूरी पर एक रिमोट कैमरा लगाया गया था।
सीएनएसए के मुताबिक, रोवर को उतरने के लिए यूटोपिया प्लैनिटिया को चुना गया। वैज्ञानिकों के मुताबिक, यहां लैंडिंग के लिए उपयुक्त जगह और मौसम है।
जूरोंग नाम के इस रोवर का नाम एक पौराणिक चीनी अग्नि देवता के नाम पर है। ये चीन के तियानवेन 1 मंगल अभियान के तहत भेजा गया है। ये ग्रह की सतह की चट्ठानों और वातावरण पर डाटा इकट्ठा करेगा।
जूरोंग नीले रंग का तितली जैसा दिखता है। ये रोवर 1.85 मीटर लंबा है। इसका वजन लगभग 240 किलोग्राम है। सीएनएसए के मुताबिक, इसमें छह पहिए और चार सोलर पैनल हैं और यह मंगल की सतह पर 200 मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकता है। इसके छह वैज्ञानिक उपकरणों में एक मल्टीस्पेक्ट्रल कैमरा, एक मौसम का पता लगाने के लिए सेंसर और जमीन में धंसने वाला रडार है। ये 3 महीने तक रहेगा।