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Dev Deepawali 2021: 15 लाख दीयों से जगमग होगा काशी का कोना-कोना,देव कन्याएं उतारेंगी गंगा आरती,देवलोक सा नजारा
वाराणसी : देव दीपावली (Dev Deepawali 2021) की तैयारियां पूरी हो गई है। अयोध्या (Ayodhya) में जिस भव्य तरीके से दिवाली (Diwali 2021) मनाई गई, कुछ उसी अंदाज में इस बार काशी (Kashi) में देव दीपावली मनाई जा रही है। 19 नवंबर को देव दीपावली की रात शिव नगरी का नजारा देवलोक सा जगमग होगा। 84 घाट, शहर के कुंड, हर गली, हर चौबारे, हर घर की चौखट दीयों की रौशनी से जगमग होगी। अस्सी से राजघाट तक 22 से ज्यादा जगहों पर गंगा आरती होगी। गंगा घाट पर 15 लाख दीये जलाए जाएंगे। उत्तरवाहिनी गंगा तट से लेकर वरुणा किनारे दीपमालिकाएं रौशन होंगे। घाटों पर बनी रंगोलियां आकर्षण का मुख्य केंद्र होंगी। कुछ ऐसा होगा देव दीपावली का नजारा..
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दिवाली के 15 दिन बाद, कार्त्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली मनाई जाती है। इस दिन वाराणसी में मां गंगा के घाटों पर लाखों दीपक शाम को जलाए जाते हैं। मान्यता है, इस दिवाली को मनाने व देखने के लिए देवी-देवता भी पृथ्वी पर उतर आते हैं।
इस बार 15 लाख दीये जलाने का प्लान है। 12 लाख दीये प्रशासन की ओर से सभी घाटों पर जलाए जाएंगे। करीब 3 लाख दीये घाटों के किनारे रहने वाले लोग और अन्य समितियां जलाएंगी। अस्सी, भदैनी, तुलसीघाट, शिवाला, हरिश्चंद्र, शंकराचार्य घाट, दशाश्वमेध, अहिल्याबाई, ललिताघाट, पंचगंगा घाट, सिंधिया घाट, मणिकर्णिका घाट की छटा देखने लायक होगी।
इस बार रेत पर भी दीये जलाए जाएंगे यानी गंगा के दोनों तरफ दीये जलेंगे। इससे पहले तक अर्धचंद्राकार घाटों पर ही दीये जगमगाते थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra modi) 2020 में देव दीपावली के मौके पर अपने संसदीय क्षेत्र काशी में मौजूद थे।
काशी में पहली बार कन्याएं मां गंगा की महाआरती उतारेंगी। गंगोत्री सेवा समिति की ओर गंगा आरती के इतिहास में पहली बार पांच कन्याएं आरती करेंगी। काशी के विद्वानों की सहमति के बाद यह निर्णय लिया गया है। पांच कन्याओं के अलावा 21 बटुक और 42 रिद्धि-सिद्धि महाआरती में शामिल होंगी।
इस बार देव दीपावली पर आरती का नजारा अद्भुत होगा। प्राचीन दशाश्वमेध घाट पर महाआरती का आयोजन किया जा रहा है। मां गंगा का 151 लीटर दूध से अभिषेक होगा और असंख्य दीप दान किया जाएगा। घाट पर 11 हजार दीप जलाए जाएंगे और झालर और फूलों से भव्य सजावट की जाएगी। 108 किलो अष्ट धातु की मां गंगा की चल प्रतिमा का 108 किलो फूल से महाशृंगार किया जाएगा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में भक्ति संगीत गायिका अनुराधा पौडवाल (Anuradha Paudwal) अपनी आवाज का जादू बिखेरेंगी। पद्मभूषण और ग्रैमी अवॉर्ड विजेता पंडित विश्व मोहन भट्ट की प्रस्तुति से महोत्सव का आगाज होगा। दशाश्वमेध घाट पर देव दीपावली महोत्सव में लोगों को आरती के जरिए निर्मलता की शपथ दिलाई जाएगी।
गंगा सेवा निधि हर बार शहीदों के लिए देव दीपावली के दिन श्रद्धांजलि कार्यक्रम करता है। दशाश्वमेध घाट पर इसके लिए इंडिया गेट की रेप्लिका बनाई गई है। यहां शहीदों के सम्मान में उनको गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। कारगिल विजय के बाद से ये परंपरा शुरू हुई थी। संस्कृति और अध्यात्म को राष्ट्रवाद से जोड़ने की ये पहल हर साल देव दीपावली का हिस्सा होती है।
शहीद सैनिकों को भागीरथी शौर्य सम्मान और परिजनों को 51-51 हजार रुपए की सहायता राशि दी जाएगी। देव दीपावली के मुख्य अतिथि गंगा टास्क फोर्स के लेफ्टिनेंट जनरल राना और विशिष्ट अतिथि अनुराधा पौडवाल होंगी। 21 ब्राह्मणों द्वारा भगवती मां गंगा का वैदिक रीति से पूजन किया जाएगा।
देव दीपावली पर हर साल टूरिस्ट आते हैं। इसे देखते हुए पर्यटन विभाग ने हॉट एयर बैलून और लेजर शो जैसे इवेंट भी कराने की तैयारी भी की है। चेत सिंह घाट पर लेजर शो और अस्सी घाट पर ई-आतिशबाजी होगी।
हॉट एयर बैलून में एक साथ 15 तो कुछ बैलून में 5 से 7 लोग सवार होकर काशी की अनोखी छटा का आनंद उठा सकेंगे। बुधवार से शुरू हुआ बैलून फेस्टिवल 19 नवंबर तक चलेगा। 19 नवंबर को इस बैलून महोत्सव का समापन होगा और उस दिन गंगा पार डोमरी में टीडर्थ फ्लाइट कार्निवाल मृग्य बैंड आयोजित होगा।