- Home
- Viral
- कभी 1 रात का 11 हजार लेती थी ये लड़कियां, अब लॉकडाउन में कौड़ियों के दाम पर भी जिस्म खरीदने को तैयार नहीं लोग
कभी 1 रात का 11 हजार लेती थी ये लड़कियां, अब लॉकडाउन में कौड़ियों के दाम पर भी जिस्म खरीदने को तैयार नहीं लोग
हटके डेस्क: कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। इस वायरस की वजह से कई देश लॉकडाउन हैं। सारी दुकानें, फैक्ट्रीज, मॉल्स बंद हैं। इस लॉकडाउन में कई देशों की सरकार ने वैसे लोगों को, जो लॉकडाउन के कारण बेरोजगार हो गए हैं, उनके लिए कुछ फंड जारी किया है। ताकि उन्हें भूखे ना मरना पड़े। लेकिन इस पूरे हालात में जिसे इग्नोर किया गया, वो हैं वर्कर्स। भारत सहित कई देशों में इनके ऊपर सबसे बुरा प्रभाव पड़ा है। थाईलैंड, जहां लोग मौज-मस्ती के लिए ही जाते हैं, वहां सेक्स इंडस्ट्री लॉकडाउन से सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है। इस देश में 3 लाख सेक्स वर्कर्स सड़क पर आ गए हैं। हालत तो ऐसी हो गई है कि कभी महंगे होटल्स में रहने वाली ये सेक्स वर्कर्स चंद रुपयों के लिए कस्टमर्स के घर भी जाने के लिए तैयार हैं। फिर बन्हि कोई इनकी सर्विस नहीं ले रहा।
- FB
- TW
- Linkdin
कोरोनोवायरस की वजह से थाईलैंड में पार्टी सीन्स खत्म हो गए हैं। इस कारण कई सेक्स वर्कर्स अब सड़कों पर रहने को मजबूर हैं। उन्हें वायरस का डर तो है लेकिन पैसों की जरुरत के लिए वो अभी भी कस्टमर्स ढूंढ रही।
थाईलैंड ने अपने सेक्स टूरिज्म के लिए कई देशों के यात्रियों के बीच जाना जाताहै। एम्पावर्ड फाउंडेशन के अनुसार, थाईलैंड में सेक्स वर्कर्स के अधिकारों की वकालत करने वाला एक संगठन, मनोरंजन स्थान राजस्व में प्रति वर्ष लगभग 6.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर कमाता है और सेक्स वर्कर्स राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का लगभग चार से 10 प्रतिशत हिस्सा बनाते हैं।
कभी यहां सेक्स वर्कर्स एक रात का 11 हजार 3 सौ रूपये कमा लेते थे। लेकिन अब इनके सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है।
लेकिन जबसे देश में कोरोना के केसेस में बढ़ोतरी हुई, बाहर के लोगों का यहां आने पर बैन लग गया और सेक्स इंडस्ट्री ठप पड़ गई। 26 मार्च से यहां कम्प्लीट लॉकडाउन लगा दिया गया।
अब ना बाहर से टूरिस्ट आ रहे हैं ना ही यहां के लोकल्स से सेक्स वर्कर्स की कमाई हो रही है। ये वर्कर्स अब सड़कों पर रहने को मजबूर हैं।
थाईलैंड टूरिज्म इंडस्ट्री ने माना कि अभी तक उन्होने पांच मिलियन टूरिस्ट्स खोए हैं। साथ ही यहां नाईट क्लब्स पर भी पाबंदी लगा दी गई है।
एक सेक्स वर्कर ने अपना दुःख बांटते हुए कहा कि बीते 20 दिन से उसे एक भी कस्टमर नहीं मिला। कोई वायरस के डर से उन्हें टच नहीं करना चाहता।
बता दें कि थाईलैंड सरकार ने 58 बिलियन डॉलर राशि जारी की है। लेकिन इससे सेक्स वर्कर्स को कोई मदद नहीं मिल रही है।
ऐसे में अब एनजीओ इन सेक्स वर्कर्स की मदद के लिए सरकार से बातचीत कर रहे हैं। ताकि इनकी जिंदगी लॉकडाउन में थोड़ी आसान की जा सके।