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कोरोना से 2 मिनट के लिए हुई बच्ची की मौत, दिल की धड़कन रुकने के बाद खोल दी आंखें, फिर बताया एक्सपीरियंस
हटके डेस्क: कोरोना ने दुनिया में तबाही मचा दी है। इस वायरस ने अभी तक करीब 33 लाख लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। मरने वालों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। इस बीच ब्रिटेन, इटली, स्पेन और अमेरिका में बच्चों में एक ख़ास तरह का वायरस संक्रमण देखने को मिल रहा है। ये बच्चे कोविड 19 संक्रमित पाए जा रहे हैं लेकिन इनमें अन्य तरह के लक्षण नजर आ रहे हैं। इसे इन्फ्लेमेट्री कंडीशन नाम दिया गया है। इस वायरस में शरीर पर रैशेस हो जा रहे हैं। अभी तक कई बच्चे इसकी चपेट में आ चुके हैं। अमेरिका में एक 12 साल की बच्ची की कोरोना पॉजिटिव पाई गई। इलाज के दौरान दो मिनट के लिए उसकी दिल की धड़कनें रुक गई। जिसके बाद सभी ने उसे म्रृत मान लिया। लेकिन अचानक उसने आंखें खोल दी। इसके बाद बच्ची ने खुद अपना एक्सपीरियंस लोगों के साथ शेयर किया...
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12 साल की जूलिएट अमेरिका में इन्फ्लेमेट्री कंडीशन का पहला मामला हैं। उसे बीते चार दिन से आईसीयू में रखा गया था।
इलाज के दौरान अचानक जूलिएट के दिल धड़कन रूक गई। डॉक्टर्स उसे मृत घोषित करने ही जा रहे थे कि 2 मिनट बाद जूलिएट की सांसें लौट आई।
कोरोना से जुड़े केसेस में ये अपने जैसा पहला मामला है। होश में आने के बाद जूलिएट ने एक वीडियो के जरिये लोगों को बताया कि वो दो मिनट के लिए मर गई थी।
अपना एक्सपीरियंस शेयर करते हुए जूलिएट ने बताया कि उसका पूरा पेट जल रहा था। वो हिलना नहीं चाह रही थी। ना जीना चाहती थी।
इस दौरान उसे काफी जलन हो रही थी। बस वो मर जाना चाहती थी। जैसे ही आईसीयू में उसे वेंटिलेटर पर रखा गया, उसे कार्डियक अरेस्ट आ गया।
जूलिएट कोरोना पॉजिटिव भी थी। उसे सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी। इस कारण उसके गले में सांस लेने की नली लगाई गई।
इस बीच अचानक जूलिएट की सांसें दो मिनट के लिए थम गई थी। डॉक्टर्स ने उसे सीपीआर दिया। जिसके बाद उसकी सांसें वापस आई।
जूलिएट की मां ने लोगों से बच्चों को इस समय ज्यादा सुरक्षित रखने की अपील की है। बेटी को लगभग खो चुकी जेनिफर डाली ने बताया कि उसकी हंसती-खेलती रहने वाली बच्ची को इस वायरस ने कमजोर कर दिया है।
साथ ही उसने बताया कि अगर उन लोगों ने जूलिएट को अस्पताल नहीं लाया होता, तो शायद आज जूलिएट जिंदा नहीं होती।