अमेरिका, इटली के बाद अब यहां कोराना ने बनाया घर, ऐसे बिछती जा रही लाशें
इटली, स्पेन और अमेरिका में कहर बरपाने के बाद कोरोना वायरस अफ्रीकी देशों में भारी तबाही मचा सकता है। यूनाइटेड नेशन्स ने यह संभावना जताई है कि 30 लाख से भी ज्यादा लोग अफ्रीका में इस वायरस के शिकार हो सकते हैं। एक अलग स्टडी में यह कहा गया है कि जून तक अफ्रीका में 9 करोड़, 84 लाख लोग इसके शिकार हो सकते हैं। कोरोना से कितनी मौतें हो सकती हैं, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का किस हद तक पालन कर पाते हैं और वहां इससे निपटने के लिए हेल्थ केयर सिस्टम को किस हद तक मजबूत बनाया जाता है। अफ्रीकी देशों में गरीबी की वजह से हेल्थकेयर की व्यवस्था अच्छी नहीं है। अफ्रीका में कोरोना वायरस का पहला मामला 14 फरवरी को इजिप्ट में सामने आया था। अफ्रीकी देशों में कोरोना संक्रमण के अब तक 18,000 मामले सामने आ चुके हैं और इससे करीब 1000 लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन यूएन इकोनॉमिक कमीशन फॉर अफ्रीका (UNECA) का कहना है कि आने वाले दिनों में हालात ज्यादा खराब हो सकते हैं, क्योंकि अफ्रीका के ज्यादातर देशों का आर्थिक-सामाजिक ढांचा चरमराया हुआ है। ऐसे में, वे कोरोना से किस हद तक लड़ पाएंगे, कह पाना मुश्किल है। फिलहाल, अफ्रीका में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले इजिप्ट, मोरक्को और साउथ अफ्रीका में सामने आए हैं। देखें इससे जुड़ी तस्वीरें।
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अल्जीरिया की राजधानी अल्जीयर्स में प्रोटेक्टिव सूट पहने म्युनिसिपल वर्कर्स डिसइन्फेक्शन का काम करने के बाद आराम कर रहे हैं।
साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग कोरोना से एक शख्स की मौत होने के बाद उसे दफनाए जाने के पहले अंतिम संस्कार की रस्में पूरी की जा रही हैं।
कोरोना वायरस फैलने के बाद जोहान्सबर्ग के एक बाजार से गुजरते लोग। यहां शराब की दुकानें बंद कर दी गई हैं। यह तस्वीर 17 अप्रैल की है।
साउथ अफ्रीका के एक शख्स का कोरोना से संक्रमित होने के बाद इलाज किया जा रहा है। इसके पास रहने के लिए घर नहीं है। अफ्रीका में ऐसे लोगों की संख्या काफी है, जिनके पास घर नहीं हैं।
कोरोना की वजह से साउथ अफ्रीका में लॉकडाउन घोषित किया जा चुका है। जोहान्सबर्ग में एक दुकानदार लॉकडाउन की घोषणा के बाद शराब का कार्टन ले जा रहा है। जोहान्सबर्ग और अफ्रीकी देशों में कोरोना बियर काफी पॉपुलर ब्रांड रहा है।
जोहान्सबर्ग में सड़कों पर प्राइवेट सिक्युरिटी गार्ड खड़े हैं। इनके सेमी ऑटोमैटिक राइफलों में रबर के बुलेट होते हैं। किसी हंगामे की स्थिति में उससे निपटना इनकी ही जिम्मेदारी है।
जोहान्सबर्ग में शराब की एक बंद दुकान के पास से गुजरता शख्स। यह तस्वीर 17 अप्रैल की है।
पूरे अफ्रीका में कोरोना वायरस की जांच का काम बड़े पैमाने पर किया जा रहा है, लेकिन संसाधनों की कमी इसमें आड़े आ सकती है।
एक हेल्थ वर्कर नाइजीरिया में एक शख्स की जांच कर रहा है। पूरे अफ्रीका में इसे लेकर लोग सतर्क हो गए हैं।
प्रोटेक्टिव सूट पहने डॉक्टर कोरोना जांच का काम करने में लगे हैं। कोशिश की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच की जा सके।
साउथ अफ्रीका की एक झुग्गी बस्ती में पुलिस सुरक्षा के इंतजाम देखने के लिए गश्त कर रही है।