अगर हैं सच्चे रामभक्त, तो अयोध्या के बाद इन राम मंदिरों के भी जरूर करें दर्शन
हटके डेस्क: सालों के इंतजार के बाद आखिरकार अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की शुरुआत हो गई। भगवान श्री राम के जन्म स्थल अयोध्या में उनका मंदिर बनना वाकई हिंदू के भीतर ख़ुशी की लहार दौड़ा रही है। मंदिर निर्माण के कार्यक्रम की टॉयराइ जोरों पर है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ना सिर्फ अयोध्या बल्कि भारत में ऐसे कई राम मंदिर हैं, जहां जाकर आपको साक्षात भगवान के दर्शन हो जाएंगे। अयोध्या के आगे इन मंदिरों की काफी कम चर्चा हुई है। लेकिन आज हम आपको भारत के अलग-अलग हिस्सों में छिपे उन राम मंदिरों की कहानी बताएंगे, जिन्हें जानकर आप वहां जाने से खुद को रोक नहीं पाएंगे।
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सीता रामचंद्रस्वामी टेंपल, तेलंगाना: तेलंगाना स्थित इस राम मंदिर के बारे में काफी कम लोग जानते हैं। पौराणिक कथा के अनुसार राम इस जगह पर अपने 14 साल के वनवास के दौरान आए थे। उन्होंने यहां एक पत्थर को भद्रा नाम के इंसान में परिवर्तित किया था। लेकिन फिर किसी कारण से उन्होंने वापस भद्रा को पहाड़ में पैदल दिया, जो आज भी यहां भद्रा पहाड़ के रूप में मौजूद है।
कालाराम टेंपल, महाराष्ट्र: नासिक में स्थित इस राम मंदिर को उनके सबसे प्राचीन मंदिरों में गिना जाता है। इस मंदिर में भगवान राम की काली रंग की मूर्ति है। इस कारण मंदिर का ऐसा नाम पड़ा है। कहा जाता है कि ये मंदिर 1788 में सरदार रंगराओ ने बनाया तह। उसे सपना आया था कि गोदावरी नदी में भगवान राम की काले रंग की मूर्ति है। जब वो सपने के हिसाब से दिखाए जगह पर पहुंचा तो वाकई वहां उसे मूर्ति मिली। इसके बाद इस मंदिर का निर्माण करवाया गया।
श्री राम राजा टेंपल, ओरछा: मध्यप्रदेश में बने इस मंदिर को राम के भक्तों का प्रमुख मंदिर माना जाता है। हर साल यहां भारत ही नहीं, विदेश से भी कई पर्यटक पहुंचते हैं। यहां एक दिन में तीन हजार भक्त आते हैं। रामनवमी के दिन यहां मुख्य रूप से भीड़ रहती है।
रामास्वामी टेंपल, तमिलनाडु: प्रभु श्री राम के नाम पर बने इस मंदिर में जाना ना भूलें। इस मंदिर की खासियत ये है कि यहां राम अपने भाइयों के साथ विराजमान हैं। साथ ही अपने भक्त हनुमान के साथ भी। इस मंदिर में बने 64 पिलर्स भी इसकी खासियत बढ़ाते हैं। इन पिलर्स पर रामायण के कई कांडों को चित्रित किया गया है।
राम मंदिर, ओडिशा: ओडिशा की राजधानी में बने इस मंदिर है। यहां भगवान राम की काफी भव्य मूर्ति है। साथ ही इस मंदिर की एक और खासियत है। वो ये कि इस मंदिर को भुवनेश्वर के किसी भी जगह से देखा जा सकता है।
रघुनाथ टेंपल, जम्मू: इस मंदिर को महाराजा गुलाब सिंह ने 1835 में बनाया था। इस मंदिर में वैसे तो 7 हिंदू देवी-देवताओं के अलग-अलग मंदिर हैं लेकिन इनमें राम के मंदिर की सजावट लोगों का ख़ास ध्यान खींचती है।
कोदंडारामा टेंपल, आंध्रप्रदेश: इस मंदिर की काफी कम चर्चा होती है। लेकिन हर साल यहां हजारों लोग आते हैं। इस मंदिर की सबसे बड़ी ये है कि इसे दो चोरों ने बनावाया था। जी हां, कहानियों के मुताबिक, मंदिर का निर्माण दो चोरों ने किया था और जैसे ही मंदिर बना वो पत्थर में बदल गए।