- Home
- Viral
- कोरोना ने एक साथ ले ली पति-पत्नी की जान, अंतिम संस्कार तक करने नहीं आया कोई सगा-संबंधी, ना किसी ने बहाए आंसू
कोरोना ने एक साथ ले ली पति-पत्नी की जान, अंतिम संस्कार तक करने नहीं आया कोई सगा-संबंधी, ना किसी ने बहाए आंसू
हटके डेस्क: दुनिया कोरोना के कहर से जूझ रही है। इस जानलेवा वायरस ने अभी तक लाखों लोगों की जान ले ली है। पहले जहां लोग अपनों की मौत पर कई दिनों तक मातम मानते थे वहीं अब कोरोना ने ऐसे हालात पैदा कर दिए है कि लोग अपनों के अंतिम संस्कार में भी जाना अवॉयड कर रहे हैं। बीते दिनों इंग्लैंड के नॉट्स में एक बुजुर्ग दंपति की मौत की तस्वीरें सामने आई। इस बुजुर्ग कपल की मौत कोरोना से हुई थी। लेकिन इनके अंतिम संस्कार में कोई भी नहीं आया। अस्पताल ने ही इस कपल के फ्यूनरल की सारी रस्में की।
- FB
- TW
- Linkdin
बुजुर्ग कपल का अंतिम संस्कार 12 मई को विल्फोर्ड हिल क्रेमाटोरियम नाटिंघम में किया गया। पति-पत्नी का ताबूत अगल-बगल रखा था लेकिन कोई भी रिलेटिव इसमें शामिल होने नहीं आया।
इस बुजुर्ग दम्पति के परिजनों ने पहचान छिपाने की रिक्वेस्ट की। सभी परिजनों ने खुद को कोरोना से दूर रखने के लिए खुद को आइसोलेट कर रखा है।
इस दम्पति का अंतिम संस्कार A W लीमन फ्यूनरल होम ने करवाया, जो 1907 से लोगों का अंतिम संस्कार करवा रहे हैं। लेकिन उनके मुताबिक, ऐसा पहली बार हुआ की अंतिम संस्कार में घर से कोई भी नहीं आया हो।
इस बुजुर्ग दम्पति के अंतिम संस्कार में वर्कर्स ने भी सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन कर रखा। इस दौरान काफी कम लोग इस वहां मौजूद रहे।
इंगलेंड में कोरोना की वजह से अंतिम संस्कार को लेकर नए नियम लागु कर दिए गए हैं। यहां अब बॉडीज को छूने और देखने की मनाही हो गई है।
यहां के फ्यूनरल पार्लर में काम करने वालों ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार अस्सी प्रतिशत ज्यादा ताबूतों का आर्डर आया है।
जिस गाड़ी से बॉडीज को लाया जाता है, उसे भी अच्छे से सैनेटाइज किया जाता है। लाश को गाड़ी से निकाल कर ताबूत में रखने के दौरान ही लोग 2 मीटर से कम दूरी में दिखते हैं।
एक बार ताबूत तैयार हो जाने के बाद जल्दी ही इसे अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया जाता है। ऐसा इसलिए ताकि वहां बॉडीज जमा ना हो जाए।
फ्यूनरल हाउस के डायरेक्टर मिस्टर लीमन ने बताया कि जो परिजन अपनों संस्कार देखना चाहते हैं, वो दूर से इसे देख सकते हैं।
बता दें कि ब्रिटेन में अभी 20 हजार डेड बॉडीज को स्टोर करने की क्षमता है लेकिन सरकार ने इसे 50 हजार तक बढ़ाने का निर्देश दिया है। साथ ही शवों को पुरे सम्मान के साथ दफनाने का भी ऑर्डर दिया है।