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इस तानाशाह के बारे में जान पाना नहीं है आसान, ब्रेन डेड होने की खबरों के बीच रहस्य और गहराया
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नॉर्थ कोरिया के तानाशाह एक राजकीय कार्यक्रम में अपनी पत्नी री-सोल जू के साथ। कहा जाता है कि इनके 3 बच्चे हैं। किम की तरह इनकी पत्नी का जीवन भी रहस्यमय है। इनके बारे में किसी को भी ज्यादा पता नहीं है।
नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के जन्म की तारीख के बारे में रहस्य की स्थिति बनी हुई है। कहा जाता है कि वह कोरियाई मिलिट्री लीडर किम जोंग II के तीसरे और सबसे छोटे बेटे हैं। उनकी पत्नी री-सोल जू पहले चीयर लीडर थी।
किम जोंग उन को मिलिट्री एक्टिविटीज में भाग लेने का काफी शौक है। वे अक्सर घुड़सवारी करने के लिए निकलते हैं। किम की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा महिला सैनिकों की एक टुकड़ी संभालती है। ये उनकी प्राइवेट सिक्युरिटी में शामिल हैं।
2012 के अप्रैल महीने में किम जोंग उन को पार्टी के सेंट्रल मिलिट्री कमीशन का प्रमुख बनाया गया। वे देश के सर्वोच्च प्रशासनिक प्राधिकरण नेशनल डिफेंस कमीशन के भी पहले अध्यक्ष बने।
जुलाई 2012 में किम जोंग उन को सेना का मार्शल बनाया गया। मार्च 2014 में उन्हें सर्वसम्मति से 100 फीसदी मतदान के साथ सुप्रीम पीपुल्स असेंबली का उपाध्यक्ष चुना गया।
कोरोना वायरस की महामारी सामने आने के बाद किम ने इससे बहुत सख्ती से निपटने का फैसला किया। लेकिन इस बीच वे खुद ही गंभीर रूप से बीमार पड़ गए।
किम एक अय्याश नेता माने जाते हैं। ये काफी शराब पीते हैं और दूसरे मादक पदार्थों का भी सेवन करते हैं। कहा जाता है कि ये जहरीले-जीव जंतुओं को भी खाने से गुरेज नहीं करते।
किम के बचपन की एक दुर्लभ तस्वीर। इसमें वे पढ़ाई करते हुए दिख रहे हैं। बाद में इन्हें इंटरनेशनल स्कूल ऑफ बर्न, स्विट्जरलैंड पढ़ाई के लिए भेजा गया। उस समय स्कूल में उनकी पहचान को छुपा कर रखा गया था। वहां उनका असली नाम नहीं बताया गया था।
स्विट्जरलैंड के बर्न में पढ़ाई के दौरान किम की दोस्तों और टीचर्स के साथ एक तस्वीर। तब किम देखने में काफी भोले-भाले लगते थे।
किम जब नॉर्थ कोरिया के सर्वोच्च शासक बने तो उन्होंने कई वरिष्ठ अधिकारियों को हटा दिया। इनमें कई उनके पिता के समय में शासन से महत्वपूर्ण स्थान रखते थे। उन्होंने अपने नजदीकी रिश्तेदार और प्रमुख सलाहकार जैंग सॉन्ग-थेक को हटाने के साथ उनकी हत्या भी करवा दी। अमेरिका के विरोध के बावजूद किम ने अपना परमाणु कार्यक्रम जारी रखा और पहली बार साउथ कोरिया के संबंध ठीक करने की दिशा में कदम भी बढ़ाए।