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2 साल की उम्र में वजन था 34 किलो और 13 साल में 180, मां पर लगा था बेटे को 'सूमो' बनाने का इल्जाम
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बात अगस्त, 2017 की है, जब खातोखाव का वजन 230 किलो तक पहुंच गया था। इसके बाद उसने वजन कम करने का फैसला लिया। वो 120 किलो तक वजन कम करना चाहता था। हालांकि अपने 8वें जन्मदिन तक वो सिर्फ 54 किलो तक ही वजन कम कर पाया था। आगे पढ़ें खातोखोब की कहानी...
सूमो रेसलिंग के प्रशासिक संगठन प्रमुख बेटल गुवजहेव ने खातोखोव की मौत की घोषणा इंस्टाग्राम पर की। हालांकि उन्होंने मौत की वजह नहीं बताई। लेकिन न्यूज एजेंसी राइटर्स ने बताया कि खातोखोव की किडनी में दिक्कत थी। आगे जानें क्या खाते हैं सूमो पहलवान...
सूमो रेसलर्स आम आदमी की तुलना में 8-10 गुना अधिक कैलोरी वाला भोजन लेते हैं। माना जाता है कि ये प्रतिदिन 10 हजार कैलोरी लेते हैं। आमतौर पर सूमो अपना खाना खुद बनाते हैं। इसमें बहुत सारी सब्जियों वाला सूप शामिल होता है। इसमें मीट भी डाला जाता है। (तस्वीर खातोखोव की)
आगे जानें सूमो की ट्रेनिंग...
सूमो पहलवान बनाने के लिए बचपन से ही बच्चों की ट्रेनिंग शुरू हो जाती है। 16 साल की उम्र तक सूमो पहलवान तैयार हो जाता है। आम आदमी की तुलना में सूमो 10 साल कम जीते हैं। (खाताखोव के बचपन का फोटो)
आगे पढ़ें दुनिया के टॉप 5 सूमो पहलवान...
यह हैं हेस्टैक्स काल्हून। 1950 से 60 के दशक तक ये रेसलिंग में सबसे लोकप्रिय नाम थे। इनका वजन था 272 किलो।
सिर्फ 46 साल की उम्र में इस दुनिया को छोड़ने वाले आंद्रे जॉयंट ने 1966 में रेसलिंग में कदम रखा था। इनका वजन 238 किलो था।
विस्कारा को लोग प्यार से बिग डैडी कहकर पुकारते थे। इनकी वजन 240 किलो तक था। 18 फरवरी, 2014 को 43वें जन्मदिन से 4 दिन पहले हार्ट अटैक से इनकी मौत हो गई थी।
मार्क हेनरी ने जब 2018 में हाल ऑफ फेमस क्लास रेसलिंग में शामिल होने की घोषणा की थी, तब इनका वजन 180 किलो था। ये दो बार WWE के वर्ल्ड चैम्पियन और एक बार वर्ल्ड हैवीवेट चैम्पियन रह चुके हैं।
योकोजूना का वजन करीब 267 किलोग्राम था। ये WWE में जान पहचाना नाम थे। इन्होंने 1993 में रॉयल रंबल जीता था।