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समुद्र में मछली पकड़ने गया था शख्स, अचानक जाल में फंसा 'दैत्य', देखते ही फटी रह गई आंखें

हटके डेस्क। कभी-कभी कुछ ऐसी घटनाएं हो जाती हैं, जिनके बारे में पहले से कोई सोच तक नहीं सकता है। ऐसा ही हुआ चार्टर ऑपरेटर एड फॉकनर के साथ जब इस हफ्ते की शुरुआत में उन्होंने एक दैत्याकार मछली को पकड़ा। फॉकनर ने यह विशाल मछली ऑस्ट्रेलिया के साउथ-ईस्ट क्वीन्सलैंड के रेनबो बीच पर पकड़ी। उनका कहना है कि 30 साल से वे फिशिंग का काम कर रहे हैं, लेकिन पहली बार यह दैत्याकार मछली उनके जाल में फंसी है। कोरोनावायरस महामारी के चलते उनका काम पिछले कुछ महीने से बंद था, लेकिन इसी हफ्ते उन्होंने मछली पकड़ने के लिए बोट को समुद्र में उतारा। उनका कहना है कि 20 मिनट तक संघर्ष करने के बाद वे 22 किलो की इस मछली को काबू में कर सके। लाल रंग की यह मछली 104 सेंटीमीटर लंबी है। फॉकनर का कहना है कि इस मछली को खा पाना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि अक्सर 8 किलो, 10 किलो और 12 किलो की मछलियां जाल में फंसती रहती हैं, लेकिन पहली बार 22 किलो की यह मछली पकड़ में आई है। क्वींसलैंड म्यूजियम के फिश एक्सपर्ट जेफ जॉनसन का कहना है कि 22 किलो की  रेड एम्परर मछली इससे पहले 1962 में पकड़ी गई थी। फॉकनर ने कहा कि वे इस मछली को क्वींसलैंड फिशरीज को डोनेट कर देंगे, ताकि वैज्ञानिक इसकी स्टडी कर सकें। इससे रेड एम्परर फिश की दूसरी प्रजातियों की खोज में भी मदद मिल सकती है। देखें इससे जुड़ी तस्वीरें। 

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Asianet News Hindi
Published : Jun 27 2020, 03:33 PM IST| Updated : Jun 28 2020, 10:40 AM IST
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इस दैत्याकार मछली को देख कर सभी हैरत में हैं। फॉकनर का कहना है कि अपने पूरे करियर में उन्होंने ऐसी मछली नहीं देखी। 

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काफी जद्दोजहद के बाद फॉकनर इस मछली को पकड़ने में सफल हो सके। करीब 20 मिनट तक जूझने के बाद उन्होंने मछली को काबू किया और बोट पर लेकर आए। 

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कोरोनावायरस महामारी में उनका काम बंद था। इसी हफ्ते वे अपनी इस बोट से साउथ-ईस्ट क्वीन्सलैंड के रेनबो में मछली पकड़ने के लिए निकले। 

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समुद्र की गहराई में तैरती रेड एम्परर मछली। पहली बार इसे साल 1962 में पकड़ा गया था। इस प्रजाति की मछलियां कम ही मिलती हैं। 

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रेड एम्परर मछली की काफी करीब से ली गई फोटो। यह मछली देखने में बहुत ही भयानक लगती है। 

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साउथ-ईस्ट क्वीन्सलैंड के रेनबो में मछली पकड़ने के लिए बोट पर प्रोफेशनल मछुआरे जाते हैं। यहां कई किस्म की मछलियां मिलती हैं, जिनकी काफी डिमांड है। 

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आम तौर पर मछुआरों को कई बार काफी बड़ी मछलियां मिल जाती हैं, लेकिन रेड एम्परर का मिलना अपने आप में एक खास बात है। 

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दैत्याकार रेड एम्परर को काबू में करने के बाद उसे पकड़े हुए फॉकनर। 

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क्वींसलैंड के समुद्र में ऐसी बड़ी मछलियां अक्सर मिल जाया करती हैं। इनका वजन 8 किलोग्रामसे लेकर 12 किलोग्राम तक होता है। 

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क्वींसलैंड के समुद्र में प्रोफेशनल मछुआरों के अलावा शौकिया तौर पर फिशिंग करने भी लोग जाते हैं। कई बार उन्हें भी कोई बड़ी मछली हाथ लग जाती है। 

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