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आखिर ऑपरेशन करते हुए हरे या नीले रंग का ही कपड़ा क्यों पहनते हैं डॉक्टर्स? UPSC से भी कंफ्यूजिंग है ये सवाल
हटके डेस्क: दुनिया गोल क्यों हैं? पहले मुर्गी आई या अंडा? ऐसे कई सवाल हैं, जो सालों से पूछे जा रहे हैं। लेकिन आजतक इनके जवाब नहीं मिल पाए। कई तर्क दिए गए। अलग-अलग लोग अपनी जगह सही हैं, लेकिन एक यूनिफॉर्म जवाब आजतक नहीं मिल पाया। ऐसा ही एक सवाल आपके दिमाग में जरूर कौंधता होगा कि आखिर अस्पताल के डॉक्टर्स और नर्सेस ब्लू या ग्रीन कलर की ड्रेस ही क्यों पहनते हैं? खासकर सर्जरी के वक्त उनके यूनिफॉर्म इन्ही दी रंगों के क्यों होते हैं? इसके पीछे कोई को-इंसीडेंस नहीं, बल्कि एक बहुत गहरी वजह है। जिसके बारे में काफी कम लोगों को जानकारी है। आइये आज हम आपको बताते हैं इस मजेदार सवाल का जवाब...
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कोरोना की वजह से हम में से कई लोगों को इस साल काफी बार अस्पताल के चक्कर लगाने पड़ गए। अगर आप अस्पताल नहीं गए, तो आप हैं बेहद लकी। लेकिन कई ऐसे लोग थे, जिन्हें कई बार अस्पताल जाना पड़ा। ऐसे में एक चीज जो आपने नोटिस की वो ये होगी कि अस्पताल की टीम ज्यादातर नीले या हरे रंग के यूनिफॉर्म में नजर आती है।
अब इसे देखकर आपके दिमाग की बत्ती भी जली होगी कि आखिर इसकी वजह क्या है? आखिर डॉक्टर्स और मेडिकल टीम सर्जरी के दौरान इन्हीं दो रंग के कपड़े क्यों पहनते हैं? आपको लग सकता है कि ये मात्र एक संयोग हो सकता है, लेकिन ऐसा नहीं है। इनके यूनिफॉर्म के रंग की ख़ास वजह है।
एक ख़ास कारण से डॉक्टर्स ऑपरेशन थियेटर में लाल-पीले या किसी अन्य रंग के कपड़े नहीं पहनते। इन डॉक्टर्स के मास्क के इन्ही दो रंग के होते हैं। आपको बता दें कि डॉक्टर्स के कपड़ों के इन दो रंगो की शुरुआत 1914 में हुई थी। उससे पहले डॉक्टर्स सफ़ेद रंग के कपड़े पहनकर मरीज की सर्जरी करते थे।
तो अब जानिए इस सवाल का जवाब। इसका जवाब छापा था 1998 के टुडे सर्जिकल नर्स के अंक में। उसमें लिखा था कि सर्जरी के वक्त हरे और नीले रंग के कपड़े डॉक्टर्स की आंखों को आराम देते हैं। लंबे सर्जरी के कारण डॉक्टर्स थक जाते हैं। ऐसे में इन रंगों से उनकी आंखों को राहत मिलती है जिससे सर्जरी में परेशानी नहीं होती।
वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो इंसान की आंखें लाल, हरा और नीला रंग ही देख सकती है। बाकी के सारे रंग इनसे ही टूटकर बनते हैं। इनमें लाल रंग आंखों में चुभता है जबकि हरा और नीला उसे कम्फर्ट देता है।
नीले और हरे रंग से आंखों को सुकून मिलता है। इस वजह से भी अस्पताल के पर्दों से लेकर सारे स्टाफ के कपड़ों का रंग भी यही रहता है। ना सिर्फ इससे मरीजों की आंखों को सुकून मिलता है बल्कि डॉक्टर्स और नर्सेस भी इतनी देर तक अस्पताल में आराम से काम कर पाती है।
अगर लाल, पीला या काला रंग अस्पताल में इस्तेमाल किया जाए तो मरीज और डॉक्टर्स, दोनों को ही खासी परेशानी हो जाएगी। जहां ऑपरेशन के वक्त डॉक्टर्स लाल खून देख तनाव में होता है, वहीँ नीले रंग से थोड़ी राहत मिलती है।
तो अब आप भी जान गए ना आखिर नर्स और डॉक्टर्स क्यों पहनते हैं सर्जरी के वक्त नीले और हरे रंग के कपड़े? अब अगर कोई आपसे ये सवाल करे तो दे डालिये उसे भी ये धांसू तर्क वाला जवाब और बढ़ा दीजिये उसका भी ज्ञान।