Round up 2021: ये हैं वो 10 बड़ी घटनाएं; जिन्होंने दुनिया की दशा और दिशा बदलकर रख दी
नई दिल्ली. वर्ष, 2021 दुनियाभर के लिए काफी उथल-पुथल भरा रहा। हालांकि हर वर्ष कुछ न कुछ ऐसी घटनाएं सामने आती रहती हैं, जो दुनिया की सामाजिक, आर्थिक और अन्य व्यवस्थाओं पर व्यापक असर डालती हैं। लेकिन वर्ष, 2021 में कुछ ऐसी घटनाएं भी हुईं, जिन पर सारी दुनिया की नजरें टिकी रहीं। जैसे-भारत में कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन और फिर उनका रद्द होना। अमेरिका में भारतीय मूल की कमला हैरिस का उप राष्ट्रपति बनना, अफगानिस्तान से 20 साल बाद अमेरिका की वतन वापसी..आदि । ये वो घटनाएं हैं, जिनका असर सारी दुनिया पर पड़ा। पढ़िए 10 बड़ी घटनाएं और फैसले...
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अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की रवानगी
करीब 20 साल अफगानिस्तान में रहने के बाद आखिरकार अमेरिकी सेना 30 अगस्त, 2021 को अपने वतन लौट गई। इसके साथ ही तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा करके अपनी जबरिया सरकार बना ली। तालिबान ने 14 अगस्त को जब काबुल में एंट्री की, तब देश छोड़कर भागते लोगों की कई हैरान करने वाली तस्वीरें सामने आई थीं।
नई स्क्रैप पॉलिस
देश में बढ़ते पॉल्युशन को रोकने की दिशा में केंद्र सरकार एक अहम फैसला करते हुए 3 अगस्त को नई स्क्रैप पॉलिसी लेकर आई थी। यानी अब 15 साल पुरानी कमर्शियल, जबकि 20 साल पुरानी प्राइवेट गाड़ियां स्क्रैप यानी कबाड़ कर दी जाएंगी।
फास्टैग ने दी सुविधा
15 फरवरी, 2021 से देश के सभी नेशनल हाईवे पर फास्टैग अनिवार्य कर दिया गया। यानी अब बिना रुके आप कार्ड से पेमेंट करके टोल क्रॉस कर पाएंगे।
अमेरिका में भारतीय मूल की पहली अश्वेत उप राष्ट्रपति
अमेरिका में भारतीय मूल की कमला हैरिस ने 21 जनवरी को उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली। वे अमेरिकी की पहली अश्वेत उपराष्ट्रपति बनीं। इसके अलावा डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जो बिडेन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बने।
लड़कियों की शादी अब 21 साल में
देश में दिसंबर, 2021 को मोदी सरकार के एक अहम फैसले में लड़कियों की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल कर दी गई है। हालांकि इसे लेकर विरोधाभासी सुर भी सामने आए।
मोदी मंत्रिमंडल में विस्तार
मोदी सरकार में 7 जुलाई को बड़े स्तर पर बदलाव हुआ था। इसमें कई नए चेहरे सामने आए थे, जबकि कई दिग्गजों को विश्राम दिया गया था। इसमें 43 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी। इनमें 15 कैबिनेट, जबकि 28 राज्य मंत्री शामिल किए गए थे।
ओटीटी पर नहीं चलेगी गंदगी
सरकार ने फरवरी, 2021 को सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए थे। इसके तहत इन प्लेटफॉर्म पर किसी भी तरह के आपत्तिजनक कंटेंट की शिकायत मिलने पर उन्हें 24 घंटे के अंदर हटाना पड़ेगा।
चुनाव संसोधन कानून
दिसंबर, 2021 में ससंद ने चुनाव संसोधन कानून पारित किया। इसमें वोटर लिस्ट में फर्जी नामों को हटाने यानी फर्जी वोटिंग रोकने के मकसद से वोटर आइडी को आधार कार्ड से जोड़ने का फैसला किया गया। यह अलग बात है कि इसका विपक्षी पार्टियों ने विरोध किया था।
वाट्सऐप को वापस लेनी पड़ी अपनी प्राइवेसी पॉलिसी
सोशल मीडिया पर प्राइवेसी को लेकर लंबे समय से विवाद चला आ रहा है। इस बीच 4 जनवरी, 2021 को वाट्सऐप ने अपनी प्राइवेसी पॉलिसी जारी की थी। इसकी समय सीमा 15 मई तय की थी। लेकिन इसका विरोध हुआ, तो उसने पॉलिसी कैंसल कर दी।
कृषि कानून निरस्त
आखिरकार नवंबर, 2021 को केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानून निरस्त कर दिए। इसे लेकर किसान संगठन 14 महीने से आंदोलित थे। कई बार देश में अराजकता का माहौल बना। लाल किले की हिंसा और धरनास्थल पर हत्याओं से आंदोलन पर बदनामी के छींटे भी पड़े।