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कोरोना सबसे पहले कब और किसे हुआ..चीन ने तो बता दिया था लेकिन अब जांच के लिए पहुंची WHO की टीम
कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच के लिए डब्ल्यूएचओ की एक टीम वुहान पहुंच चुकी है। टीम में 10 लोग शामिल हैं। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि 12 जनवरी को कई महीनों बाद संक्रमण से 100 से ज्यादा नए केस सामने आए हैं। चीन पर पिछले साल से ही कोरोना फैलाने का आरोप लग रहा है। अमेरिका ने तो ये भी दावा किया कि वायरस चीन की लैब में विकसित हुआ है।
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कोरोना वैक्सीन बनाने में फेल हुआ चीन?
एक लाइन में इस सवाल का जवाब है हां। दरअसल, ब्राजील ने चीन की वैक्सीन को लेकर दावा किया है कि सिनोवैक बायोटेक द्वारा विकसित वैक्सीन सिर्फ 50% ही असरदार है। अगर वैज्ञानिकों का यह दावा सही माना जाए तो चीन की बनाई गई यह वैक्सीन सबसे कम प्रभावी है। हालांकि ट्रायल डाटा में इसे 75% असरदार बताया गया था।
27 दिसंबर को चीन में आया था पहला केस
चीन ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा था कि कोरोना का पहला मामला वुहान में 27 दिसंबर को सामने आया था। निमोनिया और मानव से मानव में संक्रमण फैलने के बारे में 19 जनवरी को पता चला था।
57 साल की महिला को हुआ था पहला संक्रमण
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन की 57 साल की एक महिला को कोरोना का पहला संक्रमण हुआ था। महिला वुहान में झींगा बेचती थी। उसका नाम वेई गुइजियान है और इसे पेशेंट जीरो बताया जा रहा है। पेशेंट जीरो उस मरीज को कहते हैं, जिसमें सबसे पहले किसी बीमारी के लक्षण देखे जाते हैं।
एक महीने तक महिला का इलाज चला था
कोरोना के पेशेंट जीरो में अब वायरस नहीं है। वह पूरी तरह से ठीक हो चुकी है। महिला का एक महीने तक इलाज चला था। पिछले साल जनवरी में ही उसकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई थी।
"थकान और सर्दी जुकाम हो गया था"
कोरोना की पेशेंट जीरो ने बताया था कि वह हर बार ठंड में सर्दी जुकाम हो जाता था। 10 दिसंबर को उसे ऐसा लगा। हां, थकाम थोड़ा ज्यादा थी। वह एक क्लीनिक पर गई और दवा लेने के बाद फिर से मार्केट में अपना काम करने लगी। लेकिन हालत बिगड़ने लगी तो वुहान के द इलेवंथ हॉस्पिटल में डॉक्टर को दिखाया।
अमेरिका में 10 मिलियन लोगों को लगी वैक्सीन
अमेरिका के सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार बुधवार को 10 मिलियन से अधिक अमेरिकियों ने कोविड -19 वैक्सीन लगाई गई।
भारत में 16 जनवरी से लगेगी वैक्सीन
भारत ने 16 जनवरी से 3 लाख से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन लगाने का काम शुरू होगा। ये वैक्सीन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और भारत बायोटेक ने बनाई है। इन दोनों संस्थाओं से वैक्सीन की 56 लाख खुराकें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पहुंच चुकी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के टीकाकरण अभियान की शुरुआत करेंगे।