सार
आदमपुर सीट पर बीजेपी की टिक टॉक स्टार कैंमडिडेट सोनाली फोगाट को करारी हार मिली है। कुलदीप बिश्नोई ने फोगाट को 50 हजार से ज्यादा वोट जीते हैं वहीं फोगाट मात्र 30 हजार पर ही सिमट गई।
चंडीगढ़. हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं, जिसमें राज्य में बीजेपी को एक सीट पर करारी हार का सामना करना पड़ा है। आदमपुर सीट पर बीजेपी की टिक टॉक स्टार कैंमडिडेट सोनाली फोगाट हार गई हैं। कांग्रेस के कुलदीप बिश्नोई ने 20 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है। बता दें कि फोगाट 30 हजार वोट के अंदर ही सिमट गईं। आदमपुर सीट हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल का गढ़ रही है, भजनलाल के बाद उनके बेटे कुलदीप विश्नोई और बहू रेणुका विश्नोई भी यहां से न सिर्फ लगातार चुनाव लड़ रहे हैं बल्कि एक तरफा जीत भी दर्ज कर रहे हैं।
टिक टॉक पर दिखाउंगी संसद का काम
फोगाट कहती थीं कि विधायक बनने के बाद वो टिकटॉक के जरिए लोगों को जागरूक करेंगी और विधानसभा के सत्र में जो भी काम वो करेंगी उसे भी टिकटॉक के जरिए लोगों को दिखाएंगी। फोगाट ने बताया, व्हाट्सएप्प पर उनके वीडियो शेयर हो रहे हैं और लोगों ने उन्हें तुरंत टिक टॉक ऐप डिलीट करने के लिए कहा लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
फोगाट के फॉलोवर्स की संख्या डेढ़ लाख के पार
हरियाणा विधानसभा चुनाव में सभी 90 सीटों पर सैकड़ों उम्मीदवार थे लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा आदमपुर विधानसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार सोनाली फोगाट की रही। सोनाली फोगाट वैसे तो प्रदेश महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष हैं लेकिन सोशल मीडिया पर उनकी चर्चा वायरल हो रहे उनके टिकटॉक वीडिओज़ की वजह से है। सोशल मीडिया ऐप टिकटॉक पर फोगाट के फॉलोवर्स की संख्या डेढ़ लाख के पार हो गई थी।
मुख्यमंत्री भजनलाल का गढ़ रहा है आदमपुर
सोनाली फोगाट हिसार जिले की ही रहने वाली हैं। बीते कुछ समय से नलवा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थीं लेकिन पार्टी ने उन्हें नलवा की बजाय आदमपुर सीट से टिकट दिया। आदमपुर सीट हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल का गढ़ रही है, भजनलाल के बाद उनके बेटे कुलदीप विश्नोई और बहू रेणुका विश्नोई भी यहां से न सिर्फ लगातार चुनाव लड़ रहे हैं बल्कि एक तरफा जीतते रहे। एक बार फिर कुलदीप बिश्नोई ने जीत दर्ज की और बीजेपी को मात दे दी है। आदमपुर की जनता ने टिक टॉक स्टार को पूरी तरह नकार दिया।
भजनलाल के परिवार के वर्चस्व को खत्म करूंगी
बीजेपी ने आज तक आदमपुर सीट पर जीत नहीं दर्ज की है। हालांकि सोनालीने कहा था कि, जिस तरह से मोदी ने गांधी परिवार के वर्चस्व को तोड़ा उसी तरह से नवरात्र में मां दुर्गा ने उन्हें भी भजनलाल के परिवार के वर्चस्व को खत्म करने के लिए आशीर्वाद दिया है।
टिक टॉक की वजह से नहीं काम की वजह से मिला टिकट
सोनाली ने कहा कि, वह पिछले 12 साल से बीजेपी से जुड़ी हुई हैं। यह टिकट उन्हें टिकटॉक की वजह से टिकट नहीं मिला है। फोगाट मानती हैं कि उन्हें संगठन ने उनके काम की वजह से टिकट दिया है। उनका नाम लोकसभा चुनाव के दौरान भी हिसार सीट से बीजेपी के संभावित उम्मीदवारों के पैनल में था लेकिन उस समय किसी कारणवश उन्हें टिकट नहीं मिला। बीजेपी से जुड़ने के बाद उन्होंने 7 साल तक मध्यप्रदेश और झारखंड जैसे राज्यों में आदिवासी इलाकों में काम किया है।
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