सार

होली एक ऐसा त्योहार है, जिसमें लोग रंग-गुलाल खेलने की मस्ती में सब कुछ भूल जाते हैं। कई बार केमिकल वाले रंगों के इस्तेमाल या गलत खानपान से स्वास्थ्य को काफी नुकसान पहुंच जाता है। 

हेल्थ डेस्क। होली एक ऐसा त्योहार है, जिसमें लोग रंग-गुलाल खेलने की मस्ती में सब कुछ भूल जाते हैं। कई बार केमिकल वाले रंगों के इस्तेमाल या गलत खानपान से स्वास्थ्य को काफी नुकसान पहुंच जाता है। इसलिए होली के पहले ही सावधान रहने की जरूरत होती है। होली के मौके पर जो रंग-गुलाल या बाजार से खाने-पीने की चीजें खरीदते हैं, उस वक्त उनकी शुद्धता का ख्याल रखना जरूरी होता है। साथ ही और भी कई बातें हैं, जिनका ध्यान रखा जाए तो होली के दौरान परेशानी नहीं उठानी पड़ती है। जानें कुछ खास बातें। 

1. नकली रंग-गुलाल से बचें
आजकल बाजार में ज्यादातर ऐसे रंग-गुलाल मिलते हैं, जिनमें केमिकल मिले होते हैं। इनका स्किन पर तो बुरा असर होता ही है, कई बार भोजन में मिल कर ये पेट के अंदर चले जाते हैं। इससे मितली आने या वोमिटिंग की समस्या पैदा हो सकती है। इसलिए रंग-गुलाल खरीदते समय सावधान रहें। अच्छे ब्रांड के रंग खरीदें। हो सके तो ऑर्गेनिक कलर का यूज करें। ये थोड़े महंगे तो जरूर होते हैं, लेकिन इनसे किसी तरह का नुकसान नहीं होता है। 

2. बाजार की मिठाई-नमकीन नहीं खाएं
त्योहारों के मौके पर बाजार में मिलावटी मिठाइयों और नमकीन की भरमार हो जाती है। इसलिए कोशिश करें कि खुद खाने के साथ मेहमानों का स्वागत करने के लिए घर पर ही मिठाई और नमकीन तैयार कर लें। इससे शुद्धता की गारंटी रहेगी और हेल्थ को किसी तरह का नुकसान नहीं होगा।

3. पूरे कपड़े पहनें
होली में रंग खेलने के दौरान ज्यादातर लोग कम कपड़े पहनते हैं। यह ठीक नहीं है। पूरे कपड़े पहनें। शर्ट भी पूरी बांह की पहनें। इससे काफी हद तक रंगों के दुष्प्रभाव से बचाव होता है। 

4. घर में ही तैयार करें मावा
होली के मौके पर आप घर में मिठाई बनाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको खोया या मावे की जरूरत पड़ेगी। इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि बाजार में नकली मावा भी मिलता है। इसलिए कोशिश करें कि घर पर ही दूध को उबाल कर मावा तैयार करें। 

5. नशे का सेवन नहीं करें
होली के मौके पर अक्सर लोग किसी न किसी नशे का सेवन करते हैं। कुछ लोग शराब पीते हैं तो कुछ भांग खाते हैं। नशे के सेवन से त्योहार का रंग फीका भी हो सकता है। कई लोग जरूरत से ज्यादा शराब पी लेते हैं या भांग खा कर अनाप-शनाप हरकतें करने लग जाते हैं। ऐसे में, परिवार के लोगों के लिए मुश्किल खड़ी हो जाती है। उनकी होली एक तरह से बेकार हो जाती है।