सार
झारखंड के कांग्रेस विधायक ने अपने ही सरकार को दिखाया आईना। एमएलए इरफान अंसारी ने बालू लूट का वीडियो बना सीएम से लगाई गुहार, कहा- राज्य में लूटपाट मची है, जल्द कार्रवाई करें।
जामतारा (jamtara). राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमए), कांग्रेस व अन्य दलों की मिलीजुली सरकार चल रही है। भली ही कांग्रेस सरकार में शामिल है,लेकिन समय-समय पर सरकार के खिलाफ ही आवाज उठाने में पीछे नहीं रहती। इसी क्रम में जामताड़ा से कांग्रेस के विधायक इरफान अंसरी ने शुक्रवार को अपने ही सरकार को आइना दिखाते हुए एक वीडियो बनाया। इसके माध्यम से वे सूबे के मुख्यमंत्री से सवाल पूछते और उन्हें जानकारी देते नजर आए। उन्होंने कहा- राज्य में लूटपाट मची हुई है। रोक के बावजूद अवैध बालू की लूट जारी है। पूरे राज्य को लूटा जा रहा है। बता दें कि बालू की अवैध खनन का मामला झारखंड में हमेशा चर्चा का विषय रहता है। एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) ने 31 अक्टूबर तक राज्य की नदियों से बालू खनन पर रोक लगा रखी है। इसके बावजूद झारखंड में बालू की लूट जारी है। पुलिस प्रशासन खनन माफियाओं की मदद कर रही है। इसका प्रमाण सरकार की सहयोगी पार्टी कांग्रेस के जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने पेश किया है।
रास्ते से गुजरते हुए रूक कर बनाया वीडियो
जामताड़ा-धनबाद के बीच बराकर नदी पर बजराघाट पुल है। विधायक इरफान अंसारी उसी रास्ते से गुजर रहे थे। तभी उन्होंने पुल से नीचे देखा कि नांव से माफिया बालू नदी से निकालकर किनारे पहुंचा रहे हैं। जहां से बालू को ट्रैक्टरों में भरकर उसकी अवैध तरीके से ढुलाई की जा रही है। उन्होंने गाड़ी से उतरकर इसकी वीडियो बना ली। दिनदहाड़े इस काम में सैकड़ों लोग लगे हुए थे और पुलिस प्रशासन इस बात से बिल्कुल अंजान है। खनन माफियाओं पर नकेल कसने में प्रशासन पूरी तरह से विफल नजर आ रही है। इसलिए एनजीटी की रोक के बावजूद बालू खनन का खेल राज्य में जारी है।
इरफान अंसारी ने धनबाद जिला प्रशासन पर भी लगाया गंभीर आरोप
पुल पर खड़े होकर जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने वीडियो बनायी। वीडियो में कहा कि सीएम साहब इस अवैध बालू खनन के काम पर त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने अपने वीडियो में बकायदा कहा कि धनबाद के एसएसपी और जामताडा की पुलिस कि मिलीभगत से बालू का अवैध खनन हो रहा है। यह किसी भी हाल में रोका जाना चाहिए। रोका नहीं गया तो जल्द ही झारखंड लूट जाएगा। उन्होंने धनबाद जिला प्रशासन पर यह भी आरोप लगाया कि रोजाना करीब 25 लाख रुपए की अवैध कमाई इस खनन के जरिए प्रशासन कर रहा है।