सार

12 जून 2022, दिन रविवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि रहेगी। रविवार को सूर्योदय विशाखा नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। रविवार को विशाखा नक्षत्र होने से उत्पात नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है।
 

उज्जैन. हर धर्म का अपना एक अलग कैलेंडर होता है। हिंदू धर्म में इसे पंचाग कहते हैं। पंचांग में हर दिन के शुभ मुहूर्त, राहु काल, व्रत-त्योहार, ग्रह परिवर्तन आदि की पूरी जानकारी होती है। वैसे तो हमारे देश में कई तरह के पंचांग प्रचलित है, लेकिन उन सभी में विक्रम पंचांग प्रमुख है। पंचांग के बारे में ग्रंथों में कहा गया है…तिथिर्वारश्च नक्षत्र योगः करण मेव च। एतेषां यत्र विज्ञानं पंचांग तन्निगद्यते ।। इसका मतलब है - तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण की जानकारी जिसमें मिलती है, उसे पंचांग कहा जाता है। ज्योतिषियों की मानें तो ग्रह, नक्षत्र व कुछ बातों को ध्यान में रखकर एक पूर्ण सटीक पंचांग बनाया जाता है। जानिए आज के पंचांग से जुड़ी खास बातें…

आज किया जाएगा रवि प्रदोष व्रत
धर्म ग्रंथों के अनुसार प्रत्येक महीने के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है। इस बार 12 जून, रविवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। इस दिन रविवार होने से ये रवि प्रदोष कहलाएगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने और व्रत रखने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी हो सकती है। धर्म ग्रंथों में इस तिथि को बहुत ही शुभ और मनोकामना पूरी करने वाली बताया गया है।

12 जून का पंचांग (Aaj Ka Panchang 12 June 2022)
12 जून 2022, दिन रविवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि रहेगी। इस दिन रवि प्रदोष का व्रत किया जाएगा और भगवान शिव की पूजा की जाएगी। रविवार को सूर्योदय विशाखा नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। रविवार को विशाखा नक्षत्र होने से उत्पात नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इस दिन राहुकाल शाम 05:28 से 07:09 तक रहेहा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।   


ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार से होगी...
रविवार की शाम को लगभग 4.22 पर चंद्रमा तुला राशि से निकलकर वृश्चिक में प्रवेश करेगा। इस दिन सूर्य और बुध वृषभ राशि में, राहु मेष राशि में, केतु तुला राशि में, मंगल, गुरु और शु्क्र मीन में और शनि कुंभ राशि में रहेंगे। रविवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि करनी पड़े तो दलिया, घी या पान खाकर ही घर से निकलें।

12 जून के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- ज्येष्ठ
पक्ष- शुक्ल
दिन- शनिवार
ऋतु- ग्रीष्म
नक्षत्र- विशाखा
करण- कौलव और तैतिल
सूर्योदय - 5:44 AM
सूर्यास्त - 7:08 PM
चन्द्रोदय - 5:00 PM
चन्द्रास्त - 4:14 AM
अभिजीत मुहूर्त - 11:59 AM – 12:53 PM

12 जून का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 12:26 PM – 2:07 PM
कुलिक - 3:47 PM – 5:28 PM
दुर्मुहूर्त - 05:21 PM – 06:14 PM
वर्ज्यम् - 03:33 AM – 04:58 AM

आकाश मंडल का 16वां नक्षत्र है विशाखा, बृहस्पति हैं इसके स्वामी
विशाखा आकाश मंडल का 16वां नक्षत्र है। इस नक्षत्र के स्वामी देवगुरु बृहस्पति है। विशाखा नक्षत्र को त्रिपाद नक्षत्र भी कहा जाता है क्योंकि इसके तीनों चरण तुला राशि में होते हैं और अंतिम चरण वृश्चिक राशी में पड़ता है। यह सुनहरे रंग का और मन को मोहित करने वाला होता है। विशाखा नक्षत्र मे जन्में लोग सभी का आदर करने वाले और न्यायप्रिय होते हैं। इनमें धर्म के प्रति विशेष रूचि होती है। ऐसे लोग मीठा बोलने वाले और ज्ञान प्राप्त करने के लिए हमेशा उत्सुक रहते हैं। इसीलिए ये उच्च स्तर की शिक्षा भी प्राप्त करते हैं।