सार

इस बार माघ मास की गुप्त नवरात्रि 12 फरवरी से शुरू होगी, जो 21 फरवरी तक रहेगी। 12 फरवरी को कुंभ संक्रांति का योग भी बन रहा है। साथ ही ग्रह-नक्षत्रों का विशेष संयोग बनने से ये गुप्त नवरात्रि और भी खास हो गई है।

उज्जैन. इस बार गुरु और शुक्र तारा उदय रहते हुए गुप्त नवरात्रि 9 की जगह 10 दिन की रहेगी, जिससे इसका शुभ फल कई गुना बढ़ जाएगा।

छठ तिथि बढ़ने से 10 दिन के नवरात्र

- काशी के ज्योतिषाचार्य पं. गणेश मिश्र के अनुसार, गुप्त नवरात्रि शुरू होते समय शुक्र तारा उदय रहेगा। इसके बाद 16 फरवरी को गुरु तारा उदय हो जाएगा।
- गुरु और शुक्र तारा उदय रहते समय किए गए शुभ और मांगलिक कामों का पूरा फल मिलता है।  
- गुरु के उदय होने से नवरात्रि में की जाने वाली साधना, पूजा, पाठ की सिद्धि मिलने की मान्यता है।
- गुरु सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्र में स्थिरता देते हैं। इसलिए गुरु के उदय से देश में शांति और स्थिरता रहेगी।
- षष्ठी तिथि दो दिन होने से नवरात्रि दस दिन है। 12 फरवरी को सूर्य मकर से कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। इस दिन कुंभ संक्रांति पर्व मनाया जाएगा।
- नवरात्रि के समय कुंभ राशि में सूर्य और शुक्र मकर राशि में, बुध, गुरु, शनि वृषभ राशि में, मंगल के साथ राहु और वृश्चिक राशि में केतु, मिथुन राशि में चंद्रमा रहेगा। यह ग्रह स्थिति भी साधकों को सिद्धि के लिए अनुकूल है।

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