सार
करवा चौथ सुहागन महिलाओं के लिए एक विशेष और खास पर्व है ,जिसमें महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना कर व्रत रखती हैं। इस दिन, पूजा और व्रत के साथ कुछ वास्तु उपाय करने से भी वैवाहिक जीवन में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहती है। ऐसे में आज के इस लेख में हम आपके लिए कुछ वास्तु टिप्स लेकर आए हैं, इन वास्तु नियम को करवा चौथ के दिन करके अपने पति की लंबी उम्र और सुखी व्यावाहिक जीवन की कामना कर सकते हैं। चलिए बिना देर किए इन वास्तु नियम के बारे में वास्तु एक्सपर्ट शिवम पाठक से जानते हैं।
करवा चौथ के दिन वास्तु टिप्स को फॉलो करें
1. करवा चौथ की पूजा सही दिशा में करें
पूजा के समय पूजा स्थल को उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) दिशा में रखें। वास्तु के अनुसार इसे शुभ माना जाता है और इस दिशा में पूजा करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। साथ ही इससे घर में शांति और समृद्धि बनी रहती है।
पूजा के दौरान पत्नी को पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठना चाहिए। इससे पूजा का प्रभाव और बढ़ जाता है और वैवाहिक जीवन में प्यार और समझ बढ़ती है।
2. सिंदूर से सजाएं पूजा स्थान
सिंदूर को वास्तु शास्त्र में बेहद शुभ माना गया है। करवा चौथ की पूजा में सिंदूर का खास महत्व होता है। पूजा के स्थान पर सिंदूर की लाइन बनाकर रखें। यह न सिर्फ सौभाग्य का प्रतीक है बल्कि इससे दांपत्य जीवन में स्थिरता और प्रेम बढ़ता है।
3. सात्विक और शुभ रंगों का प्रयोग करें
करवा चौथ के दिन पूजा स्थल और आसपास के वातावरण में लाल, पीला, या हरा रंग ज्यादा इस्तेमाल करें। ये रंग वैवाहिक जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और प्रेम का संचार करते हैं।
पति और पत्नी को इस दिन खासतौर पर लाल या गुलाबी रंग के कपड़े पहनने चाहिए, क्योंकि यह रंग प्रेम और जोश का प्रतीक है।
4. किचन की सफाई और उचित दिशा में रख-रखाव
करवा चौथ के दिन रसोईघर को साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखना बहुत जरूरी है। किचन में सफाई का ध्यान रखने से घर की महिलाओं का स्वास्थ्य अच्छा रहता है और मैरिड लाइफ में खुशियां आती हैं।
5. करवा चौथ की पूजा में चांदी के बर्तन का उपयोग
पूजा में चांदी के करवे या बर्तन का इस्तेमाल करें। चांदी वास्तु में शांति और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और मैरिड लाइफ में संतुलन बना रहता है। यदि आपके पास चांदी के बर्तन नहीं है, तो आप तांबे, पीतल और कांसे के बर्तन का इस्तेमाल करें, स्टील के बर्तनों का उपयोग पूजा में न करें।
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6. मंगलसूत्र और चूड़ियां पहनें
करवा चौथ पर महिलाओं को मंगलसूत्र और चूड़ियां पहनना अनिवार्य माना गया है। इससे वैवाहिक जीवन में प्रेम और विश्वास बनी रहती है। मंगलसूत्र और चूड़ियां पहनने से न केवल पति-पत्नी के बीच रिश्ते मजबूत होते हैं, बल्कि ये वास्तु के अनुसार से भी शुभ माने जाते हैं।
7. पानी के स्रोत की साफ-सफाई करें
घर के उत्तर-पूर्व हिस्से में पानी का कोई स्रोत (जैसे गंगा जल, फव्वारा या पानी की बोतल) रखा जा सकता है। इससे वास्तु दोष खत्म होता है और मैरिड लाइफ में शांति और समृद्धि आती है। पानी से जुड़े तत्वों की साफ-सफाई विशेष ध्यान रखें।
8. चंद्रमा को अर्घ्य देने का सही तरीका
करवा चौथ पर चंद्रमा को अर्घ्य देना बेहद महत्वपूर्ण है। चंद्रमा को जल चढ़ाते समय हमेशा तांबे या चांदी के लोटे का उपयोग करें। यह दांपत्य जीवन के लिए शुभ माना जाता है और इससे वैवाहिक संबंधों में मधुरता आती है।
9. करवा चौथ पर चावल और दूध का दान
इस दिन चावल और दूध का दान करना शुभ माना जाता है। चावल और दूध को सौम्यता और शांति का प्रतीक माना जाता है और इसका दान करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। यह उपाय आपके वैवाहिक जीवन को खुशहाल और संतुलित बनाए रखने में सहायक हो सकता है।
10. पति-पत्नी एक साथ भोजन करें
करवा चौथ के दिन पूजा के बाद पति-पत्नी को साथ बैठकर भोजन करना चाहिए। ऐसा करने से वास्तु दोष कम होता है और रिश्ते में आपसी तालमेल बढ़ता है। साथ भोजन करने से दांपत्य जीवन में प्रेम और समझ बढ़ती है।
11. पूजा स्थल पर तुलसी का पौधा रखें
तुलसी का पौधा करवा चौथ के दिन पूजा स्थल के पास रखना बेहद शुभ होता है। इससे घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। तुलसी को पानी देना और उसकी पूजा करना वास्तु में एक शक्तिशाली उपाय माना गया है, जो दांपत्य जीवन में संतुलन बनाए रखता है।
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