सार

दिल्ली- मुंबई जैसे महानगरों में मेट्रो रेल ट्रांसपोर्ट काफी प्रचलन में है। मेट्रो लोगों को आरामदायक और सस्ता सफर देती है लेकिन रात भर नहीं चलती है। जानें क्या है कारण…

नई दिल्ली। मेट्रो रेल का सफर बेहद सुहाना होता है। मेट्रो स्टेशन और मेट्रो रेल दोनों में साफ सफाई का पूरा ख्याल रखा जाता है। बड़े महानगरों में मेट्रो रेल का सफर करने वालों की संख्या अब लाखों में हो गई है। सुबह 5:30 बजे मेट्रो का संचालन शुरू हो जाता है और 11:30 बजे अंतिम मेट्रो मिलती है। इतनी हाईटेक होने के बाद भी यह सामान्य रेल की तरह रात में सफर क्यों नहीं करती। क्या कभी सोचा है आपने? नहीं तो जान लें।

मेट्रो रेल एक भी ब्रेक नहीं लेती
मेट्रो रेल सुबह से शाम तक लोगों को सस्ता और बढ़िया सफर उपलब्ध कराती है। यह सुबह 5.30 बजे से चलना शुरू होती है और रात को 11.30 बजे तक चलती है। मेट्रो रेल लगातार दिनभर अपने गंतव्य स्टेशनों पर अपडाउन करती रहती है। सामान्य ट्रेनों की तरह रेस्ट नहीं लेती है। यानी मेट्रो रेल बिना ब्रेक लिए सुबह से रात 11.30 बजे तक लोगों को सुविधा देती रहती है। इसलिए इसे रात में कुछ देर रेस्ट दिया जाता है ताकि दिन के समय इसकी मशीनरी में कोई दिक्कत न आए।

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रात 12 बजे के बाद होती है ट्रैक की जांच

सुबह से शाम तक मेट्रो रेल अपने ट्रैक पर दौड़ती रहती है। रात में मेट्रो रेलट्रैक की जांच की जाती है। इस लिए मेट्रो रेल मेगा ब्लाक लेती है यानी मेट्रो ट्रैक चेक करने के लिए टाइम लेती है। डीएमआरसी का कहना है कि मेट्रो रेल का 24 घंटे चलाना संभव नहीं है। मेट्रो लास्ट मेट्रो रात 11.30 बजे चलती है और 12.30 बजे मेट्रो डिपो पहुंचती है। सुबह मेट्रो 4.30 बजे डिपो से निकलती है और 5.30 बजे इसका संचालन शुरू हो जाता है। 

हर दिन रात 12 बजे के बाद मेट्रो ट्रैक की ठीक से जांच की जाती है. इस समय को मेगा ब्लॉक कहा जाता है. डीएमआरसी के मुताबिक मेट्रो को 24 घंटे चलाना संभव नहीं है। क्योंकि रात 11:30 बजे आखिरी मेट्रो चलती है और 12:30 बजे डिपो पहुंचती है. इसी तरह, मेट्रो सुबह 4:30 बजे डिपो से रवाना होती है और सुबह 5:30 बजे मेट्रो शुरू होती है। ऐसे में रात भर मेट्रो का संचालन शुरू नहीं हो पाएगा।