सार
Angry Children: बच्चों में गुस्सा आम है, पर काबू पाना ज़रूरी! शांत रहकर, वजह समझकर, और तकनीकें सिखाकर आप मदद कर सकते हैं। स्क्रीन टाइम कम करें और प्यार से समय दें।
Parenting Tips : आजकल बच्चों में गुस्सा और चिड़चिड़ापन बहुत आम बात हो गई है। लेकिन अगर ऐसा बिना वजह और बार-बार हो रहा है, तो इसका बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और व्यवहार पर भी बुरा असर पड़ सकता है। अगर आपका बच्चा भी गुस्से पर काबू नहीं रख पाता है, तो आज से ही नीचे दिए गए आसान और कारगर टिप्स अपनाना शुरू कर दें।
1. सबसे पहले खुद शांत रहें (First of all keep yourself calm) :
जब बच्चा गुस्सा हो, तो उसे डांटना या चिल्लाना स्थिति को और भी खराब कर सकता है। आप जितना शांत रहेंगे, बच्चा उतनी ही जल्दी खुद पर काबू रखना सीख जाएगा।
2. गुस्से की वजह को समझें (Understand the reason for anger) :
हर बार गुस्से के पीछे कोई न कोई वजह होती है, जैसे थकान, भूख, उपेक्षा या कोई असुरक्षा। बातचीत करके पता लगाएं कि बच्चा क्यों गुस्सा है। गुस्से के पीछे की वजह जानने की कोशिश करें।
3. गुस्से को पहचानना सिखाएं (Teach you to recognize anger ) :
बच्चे को बताएं कि गुस्सा आना गलत नहीं है, लेकिन उसे कैसे हैंडल करना है, यह जानना जरूरी है। छोटे बच्चों को भावनाओं के नाम सिखाएं जैसे 'तुम गुस्से में हो', 'तुम दुखी हो' आदि।
4. गहरी सांस लेने और आराम करने की तकनीक सिखाएं (teach deep breathing and relaxation techniques) :
बच्चे को सिखाएं कि जब उसे गुस्सा आए तो 3-5 गहरी सांस लें या 10 तक गिनें। इसे खेल की तरह बनाएं ताकि बच्चा इसे मजे से सीख सके। और अपना गुस्सा भूल सके।
5. ध्यान भटकाएं (Distract attention) :
ऐसी स्थिति में छोटे बच्चों का ध्यान किसी दूसरी गतिविधि की ओर लगाना बहुत कारगर होता है। जैसे रंग भरना, गाना गाना, खिलौने।
6. स्क्रीन टाइम कम करें और पर्याप्त नींद दें (Reduce screen time and get enough sleep) :
ज़्यादा स्क्रीन टाइम और नींद की कमी भी चिड़चिड़ापन और गुस्सा पैदा करती है, दिनचर्या को नियमित रखें।
7. सकारात्मक व्यवहार की प्रशंसा करें (Praising Positive Behavior) :
जब बच्चा अच्छा व्यवहार करे या गुस्से पर काबू रखे, तो उसकी प्रशंसा करें। इससे बच्चा वही व्यवहार दोहराने की कोशिश करेगा।
8. अपने बच्चे को समय दें (Give time to the child) :
कई बार बच्चे सिर्फ़ ध्यान चाहते हैं। उनके साथ समय बिताएं, बातें करें, खेलें। इससे उनका गुस्सा और तनाव कम होगा।