सार

नए शोध बताते हैं कि नियमित अंतरंगता महिलाओं को लंबी उम्र दे सकती है! जानें, कैसे अंतरंगता सेहत को देती है बढ़ावा और क्या हैं इसके पीछे के कारण।

"ब्रह्मचर्य ही जीवन है, वीर्यनाश ही मृत्यु हैʼʼ - ऐसी बातें आपने सुनी होंगी। आपने यह भी सुना होगा कि ज़्यादा अंतरंगता से इंसान मौत के करीब पहुँचता जाता है क्योंकि उसकी एनर्जी कम होती जाती है। लेकिन एक रिसर्च में इस बात को पूरी तरह से नकारा गया है। 

नए अध्ययन के अनुसार, नियमित रूप से अंतरंगता में शामिल होने वाले लोग ज़्यादा समय तक जीवित रहते हैं। खासकर महिलाएं! यह अमेरिका में किया गया एक अध्ययन है। नेशनल हेल्थ एंड न्यूट्रिशन एग्जामिनेशन सर्वे (NHANES) ने इसे अंजाम दिया। इसके नतीजों के अध्ययन से अब हम कई नई बातें जान पाए हैं। 

क्या है यह अध्ययन? वाल्डेन विश्वविद्यालय के पब्लिक हेल्थ साइंटिस्ट श्रीकांत बनर्जी के नेतृत्व में की गई इस रिसर्च में 20 से 59 साल की उम्र के 14,542 वयस्कों का सर्वेक्षण किया गया। इसमें भाग लेने वालों से उनकी अंतरंगता के बारे में पूछा गया। लगभग 38% लोगों ने बताया कि वे हफ़्ते में कम से कम एक बार अंतरंग होते हैं। पाँच साल के अध्ययन के दौरान मिले नतीजों को छाँटा गया।

पता चला कि महिलाओं के लिए अंतरंगता ज़्यादा फायदेमंद होती है। साल में 52 बार से कम अंतरंगता करने वालों में किसी भी कारण से मरने की संभावना तीन गुना ज़्यादा पाई गई। शिक्षा, जाति और सामाजिक-आर्थिक स्थिति जैसे कारकों को ध्यान में रखने के बाद भी यह बात सामने आई जो काफ़ी अहम है।

हैरानी की बात यह है कि यह नतीजा पुरुषों में देखने को नहीं मिला। हालाँकि, अंतरंगता पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए फायदेमंद होती है। खासकर, जिन लोगों का मानसिक स्वास्थ्य खराब है, उनके लिए यह काफ़ी आरामदायक होती है। साल में 52 बार से कम अंतरंगता करने वाले ऐसे लोगों में मरने की संभावना 200% ज़्यादा होती है, जिनका मानसिक स्वास्थ्य ठीक है। लेकिन साल में 52 बार से ज़्यादा अंतरंगता करने वालों में यह ख़तरा 75% कम होता है। 

अंतरंगता से हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता है, तनाव कम होता है, ख़ुशी बढ़ती है और दिमाग भी तेज़ होता है। हस्तमैथुन जैसी एकल अंतरंगता भी तनाव कम करती है और अच्छी नींद लाने में मदद करती है। लेकिन इस नए शोध में बताया गया है कि महिलाओं के लिए अंतरंगता के फ़ायदे ज़्यादा होते हैं, खासकर जब बात लंबी उम्र की हो। इसके पीछे की असली वजहें साफ़ नहीं हैं। लेकिन महिलाओं में ज़्यादा होने वाली उदासी समय से पहले मौत का एक बड़ा कारण है। नियमित अंतरंगता इस ख़तरे से बचाव में मदद करती है।

इस अध्ययन में अंतरंगता के प्रकार या उससे मिलने वाले सुख के स्तर जैसे पहलुओं पर गौर नहीं किया गया। भविष्य में होने वाली रिसर्च में अंतरंगता से मिलने वाले सुख के बारे में ज़्यादा जानकारी जोड़ने से इस रिसर्च को और बेहतर बनाया जा सकता है। इस बारे में कोई भी नतीजा निकालने से पहले, एक ज़रूरी चेतावनी: रोज़ाना अंतरंगता में शामिल होने वाले पुरुषों में समय से पहले मौत का ख़तरा उन महिलाओं के मुक़ाबले छह गुना ज़्यादा होता है जो ऐसा ही करती हैं! यानी, हद से ज़्यादा अंतरंगता भी ठीक नहीं है।